गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में हाथी रेस्क्यू सेंटर का उद्घाटन किया। साथ ही तितली उद्यान का लोकार्पण और कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने यहां पौधरोपण किया। हाथी-गैंडा (हर व गौरी) को गन्ना-केला, गुड़-चना आदि भी खिलाया। एनपीए एकेडमी की विद्यार्थी कृतिका व वैष्णव ने मुख्यमंत्री को उनका चित्र भेंट किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जानवरों के मन में भी संवेदना है। कोई उन्हें आत्मीयता दे, ठीक व्यवहार रखे तो आसानी के साथ वे मनुष्य के पास आना चाहते हैं। प्रकृति-पर्यावरण, जीव-जंतुओं, पशु-पक्षियों के साथ हमारा व्यवहार संवेदनशील है तो हम संतुलन बनाए रख सकते हैं। यदि हम पर्यावरण के अनुकूल हैं तो पर्यावरण हमें उत्तम वातावरण देगा। सीएम ने कहा कि 121 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस प्राणि उद्यान में हर तरह के 350 से अधिक प्राणि (पशु-पक्षी आदि) हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात-आठ वर्ष के अंदर 100 करोड़ से अधिक पौधरोपण किया गया है। इससे यूपी का वनाच्छादन बढ़ा है। अनवरत इसमें वृद्धि भी हो रही है। कैंपियरगंज में जटायु संरक्षण केंद्र भी बन रहा है। हमारा प्रयास है कि लैंड जल्द उपलब्ध हो जाती है तो हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्टिक यूनिवर्सिटी का सेंटर इंस्टीट्यूशन व यूनिवर्सिटी के रूप में स्थापित किया जाए, क्योंकि यह आज की आवश्यकता है।
पर्यावरण के लिए खतरनाक कारकों से करें परहेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी को पर्यावरण का महत्व पता लगना चाहिए। पर्यावरण के लिए खतरनाक कारकों से परहेज करना चाहिए। इससे वर्तमान व भावी पीढ़ी का भविष्य़ सुरक्षित है। सीएम ने अपील की कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें, इससे पर्यावरण बचेगा। पर्यावरण बचेगा तो वर्तमान व भविष्य़ भी उज्ज्वल होगा। आबादी के साथ मनुष्य की आवश्यकताएं भी बढ़ रही हैं। हर व्यक्ति वर्ष में दस पेड़ लगाए। पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जाने वाले उपायों से जुड़ें। बरसात के पानी के संरक्षण के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा दें, जल की बर्बादी न होl