गोरखपुर। गोरखपुर मंगलवार को उस समय तनाव में डूब गया, जब आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता कुंज बिहारी निषाद ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। निषाद कुछ दिन पहले मोहल्ले में बकाया राशि मांगने गए थे, जहाँ उन पर जानलेवा हमला हुआ था। गंभीर हालत में उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह उनकी मौत होते ही परिजनों और आप कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा और अस्पताल का माहौल अचानक रणक्षेत्र में बदल गया।
मौत की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में समर्थक अस्पताल पहुंचे और शव को लेकर नारेबाज़ी तथा हंगामा करने लगे। हालात बिगड़े तो पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा, लेकिन भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान गोरखनाथ थाना प्रभारी शशि भूषण राय गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर पर चोट लगी और खून बहने लगा। उन्हें तत्काल इलाज के लिए भर्ती कराया गया और सीटी स्कैन कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत फिलहाल स्थिर है।
हंगामे के बीच पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को खदेड़ा और शव को कब्जे में लेकर एम्बुलेंस से बीआरडी मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। हालांकि शव को लेकर खींचतान और झड़प की स्थिति बार-बार बनी रही।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुंज बिहारी ने घायल अवस्था में ही बयान दर्ज कराए थे, जिनमें उन्होंने मुख्य रूप से अभिषेक पांडे और हिमाचल पांडे के नाम लिए थे। उनके साथ लगभग दर्जनभर अन्य लोग भी हमले में शामिल बताए गए। इन्हीं बयानों के आधार पर पुलिस ने हत्या की कोशिश और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था। अब उनकी मौत के बाद आरोपियों पर हत्या की धारा भी जोड़ी जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, कुंज बिहारी निषाद बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का कारोबार करते थे। 23 अगस्त की शाम वे अपने साले के साथ मोहल्ले के ही अभिषेक पांडे के घर 50 हजार रुपये की बकाया रकम लेने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान अभिषेक ने अपने 10–12 साथियों के साथ मिलकर उन पर रॉड, पटरे और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। हमले में कुंजबिहारी और उनके साले को गंभीर चोटें आईं और दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसी समय घायल कुंजबिहारी की तहरीर पर पुलिस ने अभिषेक पांडे, हिमाचल पांडे समेत 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया था।
बताया जाता है कि कुंज बिहारी निषाद ने वार्ड नंबर 14, राजेंद्र प्रसाद नगर से आम आदमी पार्टी के टिकट पर पार्षद का चुनाव भी लड़ा था। उनकी मौत की खबर फैलते ही इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस ने एहतियातन क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिया है और अधिकारियों का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है तथा दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।