गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 650 करोड़ के गीडा के सेक्टर 11 में कालेशर आवासीय भूखंड परियोजना का शुभारंभ किए। गीडा के 1040 करोड़ की लागत से 20 परियोजनाओं का लोकार्पण शिलान्यास किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार का लक्ष्य विकसित भारत बनाने का है। विकसित भारत के इस संकल्प को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश को विकसित बनाना होगा और उत्तर प्रदेश को विकसित बनाने के लिए गोरखपुर को विकसित करना होगा। विकसित देश, प्रदेश और जनपद के इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए औद्योगिक निवेश भी आवश्यक है।
सीएम योगी गुरुवार को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र को 1040 करोड़ रुपये की 20 परियोजनाओं की सौगात देने के बाद गीडा के सेक्टर 13 में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर उन्होंने गीडा की 650 करोड़ रुपये की अनुमानित आय वाली कालेसर आवासीय टाउनशिप योजना को लांच करने के साथ 300 करोड़ रुपये के निवेश वाली एसडी इंटरनेशनल की प्लास्टिक रिसाइक्लिंग एवं फूड पैकेजिंग कंटेनर यूनिट का शिलान्यास तथा 90 करोड़ रुपये के 18 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। सीएम ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) के स्किल ट्रेनिंग सेंटर के पांच छात्रों को नामांकन प्रमाण पत्र भी वितरित किए
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास और रोजगार के क्षेत्र में जो परिणाम दिख रहा है, वह बेहतर कानून व्यवस्था, अच्छी सरकार और अच्छे जनप्रतिनिधियों के चुने जाने का परिणाम है। जब नीयत अच्छी होती है तो परिणाम भी अच्छे आते हैं। सीएम योगी ने कहा कि आज गीडा नई ऊंचाइयों को छू रहा है। यहां गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। तब लखनऊ जाने के लिए दो रूट हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र औद्योगिक क्लस्टर के रूप में विकसित हो, इसके लिए बीते कुछ वर्षों में तमाम प्रयास हुए हैं। गीड में वरुण ब्रेवरेज, केयान डिस्टलरीज, सीपी मिल्क, तत्वा प्लास्टिक, सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन, इंडिया ऑटोव्हील्स, बालाजी प्रोसेसर्स, रूंगटा इंडस्ट्रीज, कपिला कृषि उद्योग, सिंह पेपर प्रोजेक्ट के निवेश का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ इन्हीं निवेश परियोजनाओं से करीब 5000 युवाओं को यही नौकरी व रोजगार उपलब्ध होगा। सीएम ने कहा कि गीडा क्षेत्र में ढेर सारे अन्य उद्योग लग रहे हैं। यहां 25 एकड़ में गारमेंट पार्क, 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क विकसित हो रहा है तो 34 करोड रुपये की लागत से फ्लैटेड फैक्ट्री भी बन रही है।