मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद की रिपोर्ट
जौनपुर में बिजली हड़ताल से आम जनमानस की जिंदगी अंधेरे में डूबी हुई हैं। जहा पर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी बिजली ही मुख्य साधन है, किंतु विद्युत हड़ताल से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जिनके पास सिर्फ समरसेबल पंप है ऐसे लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। दूर दराज से ड्रम और बाल्टी में पानी भर भर कर ला रहे हैं। ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पशुओ को भी पानी का संकट पैदा हो गया है। आज विद्युत हड़ताल का दूसरा दिन है। अभी और कितना झेलना पड़ेगा किसानो को ये तो प्रश्न चिन्ह ही है। सवाल ये तो लाजमी ही बनता है की हड़ताल हो या धरना, इसमें सिर्फ ग्रामीण और गरीबों को ही झेलना पड़ता है। बाकी के लोग तो पैसे के दम पर अपनी हर व्यवस्थाओं को पूर्ण ही कर ले रहे हैं। आज इसी का जीता जागता उदाहरण ग्राम सभा बलुआ में संदीप यादव के यहा देखने को मिला। आप खुद देख सकते हैं कि किस तरह से पानी बड़े बड़े बर्तनों में भर कर ला रहे हैं।