मण्डल हेड गिरजाशंकर निषाद की रिपोर्ट
जनपद अयोध्या के हाइवे का मामला है।हुआ यूं कि एक सिपाही की ड्यूटी कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर श्री राम नगरी साकेत पेट्रोल पंप फोर लेन ओवरब्रिज के नीचे लगी हुई थी..एक परिवार गोरखपुर से शादी समारोह में शामिल होकर वापस गोंडा जाने के लिए मेरे ड्यूटी प्वाइंट पर कानपुर डिपो की रोडवेज बस से उतरा ..थोड़ी देर में एक महिला गोद में बच्चा लिए हुए रोते हुए मेरे पास आई और बोली कि साहब मेरा पर्स उस बस में रह गया है जिस बस से मैं उतरी …पर्स में जेवरात वा 700000रुपए नगदी है…मैने उस महिला को ढांढस बंधाते हुए बस का नंबर पूछा तो नही बता पाई ..फिर मैने कहा आपके पास टिकट है तो बोली हां साहब ..मैने उस महिला और उसके पति से टिकट लिया जिसमे उस बस का नंबर लिया और बाइक से उसके पति के साथ उस बस का पीछा करने के लिए निकल लिया.. बस अयोध्या बस स्टैंड से कानपुर के लिए निकल चुकी थी करीब 15 किलोमीटर जाने के बाद बस मिल गई बस को रुकबाकर महिला के पति से कहा कि देखिए कौन सी सीट पर बैठे थे वह गया और जिस सीट पर बैठा था पर्स उसी पर रखा मिल गया बड़ी खुशी हुई और वापस आकर उस महिला को उसको पर्स सही सलामत मिल गया ।
अयोध्या पुलिस को खुशी के आंसू पोछते हुए धन्यवाद देकर चली गई ।