संवाददता अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर।गोरखपुर के गीडा थाना अंतर्गत नौसढ़ चौकी पर तैनात एक सिपाही की आपबीती दिल को दहला देने वाली है।सिपाही अपनी गर्भवती पत्नी के इलाज के लिए गीडा थाना प्रभारी से छुट्टी मांगता रहा।आज नवजात की मौत की सूचना पर प्रभारी का दिल पिघला और उसकी छुट्टी स्वीकृत की गई। सिपाही ने कप्तान से थाना प्रभारी की शिकायत किया है।
गीडा थाना अंतर्गत नौसढ़ चौकी पर 15 नवंबर से तैनात सिपाही कुमार रवि ने 20 दिसंबर को गीडा थाना प्रभारी विनय कुमार सरोज को अपनी 8 माह की गर्भवती बीवी के देखरेख और इलाज के लिए छुट्टी का आवेदन दिया और बताया कि परिवार में पत्नी की देखरेख करने वाला उसके अलावा कोई नहीं है अगर पत्नी को समय से इलाज नहीं मिला तो कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।सिपाही कुमार रवि ने बताया कि 20 दिसंबर को दी छुट्टी की दरखास्त को थाना प्रभारी द्वारा दरकिनार कर दिया गया। एक बार फिर 23 दिसंबर को उसने दोबारा छुट्टी के लिए आवेदन दिया।इस बार भी थाना प्रभारी द्वारा उसकी छुट्टी स्वीकृत नहीं की गई।मूलतः गाजीपुर जिले के रहने वाले कुमार रवि ने बताया कि उसके परिवार में सिर्फ घर पर मां और 15 साल का एक छोटा भाई है।पत्नी की गर्भावस्था में स्थिति ठीक ना होने पर उसे तत्काल उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा की जरूरत थी जो कि समय से ना मिल पाने के कारण आज नवजात की मौत हो गई।
मौजूदा वक्त में उनकी पत्नी बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत से अस्पताल में जूझ रही है। नवजात की मौत की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी गीडा का दिल शायद पिघल गया और उन्होंने रवि कुमार को आनन-फानन में छुट्टी स्वीकृत कर दी लेकिन दिल में बच्चे की मौत का गम लिए हुए रवि कुमार ने अपनी गुहार जिले के पुलिस कप्तान विपिन टाडा के सामने भी लगाई। इस मामले में एसएसपी ने कुमार रवि को जांच का आश्वासन दिया।
बहरहाल कुमार रवि का कहना है कि 24 घंटे जनता की सेवा में तो उसने समय दे दिया लेकिन अपने पत्नी व परिवार के लिए समय ना निकाल सका जिसके कारण आज उसका बच्चा दुनिया में नहीं है।परिवार के लोग भी कुमार रवि पर खासा नाराज हैं और उसे घर आने के लिए मना कर रहे थे। कुमार रवि अब अपने घर के लिए रवाना हो चुके हैं फोन से हुई वार्ता में उन्होंने यह जानकारी दी।