गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर आर्य नगर बालिका, बालक, जूनियर के छात्र छात्राओं को जिला निर्वाचन अधिकारी /जिला अधिकारी विजय किरन आनंद 3 मार्च को छात्र छात्राओं के अभिभावक व उनके शुभचिंतक को अपने नजदीकी मतदाता केंद्र पर पहुंचकर शत प्रतिशत मतदान करें छात्र छात्राओं को जागरूक कर मतदान कराने के लिए दिलाई शपथ।
मतदान के प्रति जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से सरस्वती विद्या मंदिर में छात्र छात्राओं को जागरूक करते हुए दिलाई शपथ कि 3 मार्च को छात्र छात्राओं के अभिभावक व उनके शुभचिंतक अपने नजदीकी मतदाता केंद्र पर पहुंचकर अपने अपने पसंदीदा उम्मीदवार का चयन कर मतदान करें जिससे गोरखपुर जनपद में शत प्रतिशत मतदान हो सके और सशक्त राष्ट्र निर्माण में छात्राओं के अभिभावक अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें
छात्राओं ने अपने अभिभावकों को आवश्यक रूप से मतदान के लिए प्रेरित करने की शपथ ग्रहण कर प्रतिज्ञा ली कि अपने अभिभावकों व अपने शुभचिंतकों को 3 मार्च को मतदान केंद्रों पर भेज कर मतदान करायेगे उसके बाद फिर जलपान करने देंगे जिससे गोरखपुर जनपद में 100% मतदान हो सके। बच्चों ने शपथ लेते हुए कहा कि हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा अपने माता-पिता व परिवार में मतदान के लिए पात्र सदस्यों को आवश्यक रूप से मतदान के लिए प्रेरित करेंगे। हम उन्हें बताएंगे कि वे किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए विना अपने मताधिकार का प्रयोग करें। इससे पहले जिला निर्वाचन अधिकारी जिला अधिकारी विजय किरन आनंद ने सभी बच्चों को लोकतंत्र में चुनाव की भूमिका व मतदान के महत्व के बारे में बताया। तत्पश्चात छात्राओं अध्यापिका व कर्मचारियों को मतदान के लिए शपथ दिलाई जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान करने और बच्चों को कोविड-19 वैक्सीनेशन की दूसरी डोज भी अपने अभिभावकों को लगवाने के लिए प्रेरित किया कि उनके अभिभावक अगर प्रथम डोज ले चुके हैं दूसरी डोज नहीं लिए हैं तो वह जिला चिकित्सालय या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर कोविड-19 वैक्सीनेशन की दूसरी डोज अवश्य जा कर ले जिससे गोरखपुर जनपद में शत-प्रतिशत लोगों को टीका लग सके और कोरोना संक्रमण महामारी से गोरखपुर जनपद मुक्त हो सके। जागरूकता व शपथ ग्रहण के दौरान सीडीओ इंद्रजीत सिंह सरस्वती शिशु मंदिर संस्थान प्रमुख कर्मचारी अध्यापक अध्यापिका मौजूद रही।