कठूमर। दिनेश लेखी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के उप सेवा केंद्र नगर के तत्वाधान में राजयोगनी हीरा बहन की अध्यक्षता में कठूमर में 86वां त्रिमूर्ति शिव जयन्ति महोत्सव बडे हर्षोउल्लास से मनाया गया। प्रातः कस्वे के मुख्य मार्गो से लक्ष्मी नारायण मन्दिर से प्रभातफेरी व कलश यात्रा व शिव शंकर की झाकी निकाली गई ।तद्पश्चात एक आध्यात्मिक सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कठूमर सरपंच शेरसिंह मीणा,वशिष्ठ अतिथि भामाशाह सुनील बजाज,व मोती बजाज थे । संस्था का परिचय ब्रह्माकुमारी तारेश बहन ने देते हुऐ कहा कि संस्था विश्व मे लोप हो चुका मानवीय मूल्यों को पुनः स्थापना का कार्य कर रही है।ब्रह्माकुमारी प्रीती बहन ने परमात्मा का सत्य परिचय दिया।उन्होने कहा कि परमात्मा से माता पिता ,सतगुरू,मित्र आदि सर्व सम्बन्ध हैं।परमात्मा सर्वमान्य सर्वज,व गुणों के भण्डार है! मुख्य अतिथि सरपंच शेरसिंह ने कहा कि मनुष्य अपने मेंपन को त्याग कर किया कार्य ही सच्चा कार्य है,उन्होने संस्था के कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही राजयोगनी हीरा बहन ने अपने उदबोधन मे जीवन जीने की कलाकहा कि मनुष्य घर गृहस्थ को त्यागे बगहर श्रेष्ठ कार्यों से देव स्वरूप बन सकता है।परमात्मा को अपने कमी कमजोरी,व्यसन,आदि त्याग कर सच्ची सुख शान्ति प्राप्त हो सकती है। कार्यक्रम में कुमारी शिवानी व कुमकुम ने लौकगीतों पर सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किये। ब्रह्माकुमारी बहनों का अतिथियों द्वा़रा अंगवस्रों प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में रामसिहं, कलुआराम,नत्थीराम,संजयकुमार,वासुदेव आदि उपस्थित थे।