मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद
- दबंगों ने थानाध्यक्ष के साथ मिलकर किया जमीन पर कब्जा कराने का प्रयास
- धनाड्य शराब व्यापारी के प्रभाव में है जलालपुर पुलिस
जौनपुर। अपनी कार्यशैली को लेकर अक्सर खाकी वर्दी बदनाम होती रहती है। वर्दी की मर्यादा और वसूलों से खिलवाड़ उसके पहनने वाले ही करते हैं। जलालपुर थानाध्यक्ष पर पीड़ित युवती ने कई गंभीर आरोप मढ़ा है। विदित हो कि थाना जलालपुर ग्राम राजेपुर निवासी पीड़िता जन्नत ने गांव के ही राधेश्याम जायसवाल पुत्र स्व0 लालजी जायसवाल व पड़ोसी नीरज बेनवंशी तथा विशाल बेनवंशी पुत्र स्व0 दरगाही बेनवंशी जो दबंग किस्म के लोग है पर जमीन कब्जा कराने का आरोप लगाया है। राधेश्याम जायसवाल शराब व्यवसायी है और अपराधी किस्म का है। व्यापारी कई मुकदमों में नामजद भी है। नीरज बेनवंशी और विशाल राधेश्याम जायसवाल के साथ मिलकर सभी प्रकार के अवैध कारोबार को पुलिस की संरक्षण में किया करता है। थाने के कारखास सिपाही धर्मेन्द्र सिंह के सहयोग से प्रशासन में काफी पकड़ है और अपनी दबंगई और सिपाही धर्मेन्द्र सिंह के बल पर कई बार जन्नत के जमीन को कब्जा करने की कोशिश कर चुके हैं। घटना 19 सितंबर समय लगभग 1 बजे दिन की है जब पीड़िता अपने घर पर मौजूद थी तभी उक्त राधेश्याम जायसवाल, नीरज बेनवंशी तथा विशाल बेनवंशी, थानाध्यक्ष जलालपुर रामसरीक गौतम तथा 5 से 6 सिपाहियों के साथ पीड़िता के घर पर आये और पीड़िता की बैनामाशुदा जमीन पर जबरदस्ती खण्डजा नीरज बेनवंशी के पक्ष में बिछवाने लगे। पीड़िता ने विरोध किया और लेखपाल की रिपोर्ट भी दिखाई किन्तु धनबल के प्रभाव में नहीं माने और थानाध्यक्ष जलालपुर रामसरीक गौतम दबंग राधेश्याम जायसवाल, नीरज बेनवंशी तथा विशाल ने गालियां देते हुए प्रार्थिनी के घर में जबरदस्ती घुस गये और घर में रखें दैनिक उपयोगी सामान व चारपाई को तोड़-फोड़कर नष्ट कर दिया। विरोध करने पर प्रार्थिनी की नाबालिग पुत्री जन्मत तथा जेठ अली रजा को सभी लोग मिलकर बुरी तरीके से लात मुक्का से मारने लगे, जब पुत्री जन्नत जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगी तो राधेश्याम जायसवाल, विशाल और थानाध्यक्ष रामसरीक गौतम द्वारा जानबूझकर नाबालिग पुत्री जन्नत 16 वर्ष का पैरा हाथ और कुर्ता पकड़कर खींचने लगे और उसे फाड़कर बेपर्दा कर दिया। जब ग्रामीण जुटने लगे तो आतंक और भय पैदा करने के लिए पूरे गांव वालों को गालियां देने लगे। पीड़ित की नाबालिग पुत्री जन्नत को अपनी गाड़ी में जबरदस्ती उठाकर थाना जलालपुर ले जाकर बन्द कर दिया और लात घूसों से पीटकर अधमरा कर दिया और सामूहिक बालात्कार कर जीवन बर्बाद कर देने की धमकी देते हुए थाने से बाहर निकाल दिया। बाहर निकलते ही थानाध्यक्ष रामसरीक गौतम ने राधेश्याम व नीरज की पूर्व साजिश में होकर दोनों से भी पिटवाया और जान से मारने की धमकी दिलवायी। मामले ने जब तूल पकड़ा तो डीएम-एसपी ने जांच के आदेश दिये हैं। अब देखना है कि जांच में दोषी थानाध्यक्ष पर कार्यवाही होगी या किसी तरह से बचा लिया जायेगा।