गोरखपुर।1993 बैच के आईपीएस अधिकारी डा के एस प्रताप कुमार ने एडीजी जोन गोरखपुर का पद भार ग्रहण किया गोरखपुर जोन को अपराध मुक्त जोन बनाना पहली प्राथमिकता होगी जोन से सटे जनपदों के अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बराबर रखी जाएगी और असंवैधानिक गतिविधियों पर बराबर नजर रखी जायेगी हमारे कार्यालय पर आने वाले हर फरियादियों की समस्याओ का निस्तारण किया जाएगा किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। गोरखपुर डा प्रताप कुमार के लिए कोई नया नही है गोरखपुर में वर्ष 2002 में बतौर एसएसपी भी रह चुके हैं।गोरखपुर जोन के ही बलरामपुर में भी पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं यहां की मूलभूत समस्याओं से रूबरू होने वाले श्री कुमार के लिए कोई नया नहीं होगा। सही कार्यों को करने में उन्हें तनिक भी हिचक नही लगती है वहीं गलत कार्य कराने या उसकी पैरवी करने वालो को वे पसंद भी नहीं करते। पीड़ित अपनी समस्या लेकर उनसे स्वयं मिले उसकी पूरी मदद की जाएगी, किसी बिचौलिए को साथ न लेकर आए तो और बेहतर होगा।बताते चले कि पीएसी मुख्यालय में बतौर एडीजी की तैनात हाल ही में पीएसी स्थापना दिवस मनाया गया जिसके मुख्य अतिथि सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ रहे। इस दौरान एडीजी डा के एस प्रताप कुमार की सराहनीय कार्य शैली की सीएम ने खूब तारीफ किया था और गोरखपुर जोन का एडीजी की तैनाती कर सीएम ने उन्हें इनाम के रूप में दे दिया। आईपीएस कुमार मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले हैं। इसके पूर्व पीएसी मुख्यालय लखनऊ में एडीजी के पद पर तैनात रहे। कुमार प्रयागराज जैसे जोन के साथ ही एडीजी क्राइम, सुरक्षा की जिम्मेदारी के साथ ही अन्य कई महत्वपूर्ण स्थानों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।