गोरखपुर 30 जून।देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचीं। एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका भव्य स्वागत किया। गोरखपुर के मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने प्रतीक रूप में उन्हें चांदी की बनी शहर की चाबी सौंपी।
एयरपोर्ट से सर्किट हाउस तक रास्ते भर बच्चों और नागरिकों ने तिरंगा लहराकर राष्ट्रपति का अभिवादन किया। स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों का उत्साह देखते ही बनता था।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एम्स, जो कभी पूर्वांचल का सपना था, आज पांच करोड़ से अधिक लोगों के लिए प्रमुख चिकित्सा केंद्र बन चुका है।
सीएम योगी ने 2016 में पीएम मोदी द्वारा रखी गई आधारशिला से लेकर 2021 में हुए लोकार्पण तक की यात्रा को संघर्ष और समर्पण का प्रतीक बताया। उन्होंने याद किया कि कैसे मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने एम्स को जमीन उपलब्ध कराई, जिससे निर्माण संभव हुआ।
योगी ने नए डॉक्टरों से इंसेफेलाइटिस पर केस स्टडी करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह बीमारी कभी पूर्वी यूपी में भय का पर्याय थी। उन्होंने डॉ. महिमा मित्तल से मार्गदर्शन लेने की भी सलाह दी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूर्वी यूपी में पहले सिर्फ बीआरडी मेडिकल कॉलेज था, लेकिन अब हर जिले में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं। उन्होंने रिसर्च व नवाचार पर बल दिया और आने वाले समय को R&D केंद्रित बताया।
अपने संबोधन में सीएम ने गोरखपुर की आध्यात्मिक महत्ता का भी उल्लेख किया, जिसे गुरु गोरखनाथ, भगवान बुद्ध, महावीर और संत कबीर की धरती बताया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अब शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास की राह पर तेजी से बढ़ रहा है।
आप को बता दे राष्ट्रपति मुर्मू का गोरखपुर में भव्य स्वागत एम्स गोरखपुर का पहला दीक्षांत समारोह सम्पन्न सीएम योगी ने इंसेफेलाइटिस के उन्मूलन पर रिसर्च की सलाह दी गोरखपुर की आध्यात्मिक और शैक्षिक विकास यात्रा को बताया गौरवशाली।