गोरखपुर।खबर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से है जहां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का खुद को करीबी बताकर लोगों को ठगने वाले दो लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व गोरखनाथ मंदिर का करीबी बताकर और योगी कारपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से फर्जी संस्था बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के कथित सीईओ और निदेशक को गोरखनाथ पुलिस ने रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया। इनके पास से बड़ी संख्या में आईडी कार्ड, मुहर, नियुक्ति प्रमाणपत्र, लेटरपैड आदि बरामद हुए हैं। ये संस्था का सदस्य, पदाधिकारी बनाने तथा सरकारी विभागों में काम करवाने का झांसा देकर जालसाजी करते थे। लखनऊ का एक कथित पत्रकार भी इनके साथ जुड़ा है।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि फर्जी संस्था का सीईओ केदारनाथ महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र सतगुरु मुजुरी बाजार, जबकि निदेशक हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ मधुबनवाबूधाम जिला गाजियाबाद का रहने वाला है। जांच में सामने आया कि ये पहचान पत्रों की कूटरचना कर लोगों से जालसाजी करते थे। योगी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया नामक संस्था बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भ्रमित करते हुए संस्था की सदस्यता व पदाधिकारी का कार्ड बनाने के नाम पर वसूली करते थे।
एसपी सिटी ने बताया कि एमएसएमई पोर्टल पर उसने संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया था। अभी 13 दिसम्बर से ही उसने इसकी शुरुआत की थी कि उसे पकड़ लिया गया है। अब तक की जांच में पता चला है कि सदस्य और पदाधिकारी बनाने के नाम पर काफी लोगों से वह जालसाजी कर चुका है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भ्रमित करते हुए शिकार बनाता था।
संस्था का गोरखनाथ मंदिर का पता होने की वजह से लोग आसानी से झांसे में आ जाते थे। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपितों के पास से जनता दर्शन में आने वाले लोगों के प्रार्थनापत्र भी मिले हैं। पूछताछ में पता चला है कि काम कराने के बदले वह वसूली करता और प्रार्थनापत्र मुख्यमंत्री के पास पहुंचने से पहले ही ले लेता था। सरकारी कार्यालयों में मंदिर का करीबी होने का अर्दब दिखाकर काम करवाने के बदले वसूली करता था।