मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद
“शौर्यांजलि निमाड़ : एक मंच पर हुआ देश के लिए जीने-मरने वाले वीर परिवारों व संतों का सम्मान”
मंच से शहीद समरसता मिशन के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण का आव्हान – “दलों से ऊपर हो दिलों की बात… वीर परिवारों को सरकारें संसाधन दें और समाज सम्मान दें
मध्यप्रदेश के खरगौन जिले के घुघरियाखेड़ी गांव के माटी के लाल, कारगिल युद्ध के अमर शहीद राजेंद्र यादव (सेना मैडल) के बलिदान दिवस पर शहीद समरसता मिशन द्वारा आयोजित शौर्यांजलि निमाड़ कार्यक्रम में निमाड़ अंचल के देश के लिए शहीद हुए 11 जवानों के परिवारों को शहीद का परिवार, हमारा परिवार के पवित्र संकल्प से उनके सर्वोच्च बलिदान को सर्वोच्च सम्मान दिया गया।
यह सुनकर दस हजार से अधिक राष्ट्रप्रेमियों से खचाखच भरा पांडाल करुण हृदय से शहीदों के परिवारों को प्रणाम किए बगैर नहीं रह सका। शहीदों को देश में शौर्यांजलि से प्रणाम वाले अद्वितीय कार्यक्रम में मोहन नारायण ने चार शहीद परिवारों की व्यथा सुनाई। किस तरह शहीद समरसता मिशन उनके दर्द ,सम्मान एवं बलिदान का सहभागी बना यह बताया। साथ ही उन्होंने बताया कि हमनें वीरांगना बहन राजू बाई से सीखा है कि देश के काम आ सको इससे बड़ा कोई कर्तव्य नहीं। जिसने पति मोहनलाल सुनेर की शहादत के बाद सरकार व समाज की उपेक्षा झेलते हुए अपने छोटे बेटे को सरहद पर मां भारती और हमारी सुरक्षा के लिए भेज दिया।
शहीद समरसता मिशन के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण ने बताया कि – शहीद समरसता मिशन बीते 15 वर्षों से शहीदों व वीर परिवारों की सेवा में कार्यरत है। शहीदों के परिवारों की समस्याओ का समाधान सरकार एवं समाज के माध्यम के करने का प्रयास अनवरत जारी है। आज सभी मिशन के विचार के साथ अमर शहीदों के परिवारों को सर्वोच्च सम्मान देने के लिए चलाए जा रहे इस तरह के जनजागरण कार्यक्रमों में आगे आ रहे है। मिशन की देश की संसद से मांग है कि “आजादी से अबतक शहीद हुए 36 हजार से अधिक शहीदों के परिवारों को 1-1 करोड़ की सम्मान राशि समर्पित की जाए एवं इसे लेकर कानून बनाए ताकि सभी शहीदों के वीर परिवारों को इसका लाभ मिल सकें।” तभी शहीदों के सपनों के भारत, समृद्ध भारत व सशक्त भारत का निर्माण पूर्ण होगा। इस कार्यक्रम मे शहीद समरसता मिशन उत्तरप्रदेश प्रभारी राहुल राधेश्याम पटेल और वाराणसी मंडल संयोजक श्रवण कुमार निषाद ,कमलेश यादव मौजूद रहे।