अंतर राज्यीय NEET सॉल्वर गैंग का सरगना चढ़ा पुलिस के हाथ ।
वाराणसी।एक साथी रितेश भी साथ में गिरफ्तार अंतर राज्यीय NEET सॉल्वर गैंग का सरगना चढ़ा वाराणसी पुलिस के हाथ नीलेश उर्फ पीके पुत्र कमलवंश नारायण सिंह निवासी टेलीफोन एक्सचेंज एक्सचेंज रोड पाटलिपुत्र पटना बिहार मूल रूप से ग्राम सिंदुआर, एकमा, सारण छपरा का निवासी है। इसके पिता उद्योग विभाग से के पद से 1990 में रिटायर हुए और पटना में बस गया।
नीलेश उर्फ पी के ने करेस्पॉन्डएस कोर्स के जरिए स्नातक की परीक्षा को पटना विश्वविद्यालय से पास किया हैं किंतु आसपास व सभी जगह के लोगों को अपने आपको डॉक्टर बताता है घर से डॉक्टर के वेश में ही निकलता है जिससे कि लोग इन पर विश्वास कर सके कि यह पेसे से डॉक्टर है और लीग उस पर विश्वास कर सकें।
यह और इसका गैंग लगभग 5 से 6 सालों से NEET की परीक्षा में सॉल्वरों को बैठाकर परीक्षा दिला रहे हैं। NEET की परीक्षा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य के शिक्षक परीक्षा में व उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के साथ-साथ बिहार पुलिस व अन्य सेवाओं में यह अपने बहनोई रितेश उर्फ सोनू जोकि बिहार सचिवालय में कार्य करता है के साथ मिलकर इन सभी परीक्षाओं में पेपर आउट करा कर या साल्वर की व्यवस्था करा कर परीक्षा में पास कराते हैं नीट की परीक्षा में यह 30 से 49 से लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी वसूलते हैं। इन्होंने इन्हीं पैसे से पटना में तीन मंजिला मकान व दानापुर में दो जगह 4 से 5 बिस्वा की जमीन को खरीद रखा है। इसके पास तीन गाड़ियां जिसमें एक फॉर्च्यूनर, हुंडई लिवो और एक वैगनआर है।