ब्यूरो चीफ एड० अभिषेक उपाध्याय की रिपोर्ट
जौनपुर। शिक्षक शिक्षा विभाग टीडी कॉलेज जौनपुर द्वारा ऑनलाइन पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व में बी.एड., एम.एड. उत्तीर्ण छात्र और छात्राओं ने सहभागिता किया। कार्यक्रम के दौरान सर्वाधिक भावपूर्ण क्षण तब आया जब छात्रों ने अपने गुरु से रूबरू होते हुए टी. डी. कालेज संस्था में अपने जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों, मित्रों की यादों को सुनाया। वर्तमान परिवेश में कोरोना काल में भी ऑफलाइन मिलन नहीं हो पाया तो ऑनलाइन व्यवस्था किया गया।
पूर्व प्राचार्य डॉ समर बहादुर सिंह ने कहां की ने कहा कि विद्यार्थी केउन्नति, विकास द्वारा ही टी.डी. कॉलेज, संस्था की उन्नत संस्थान रूप में जो पहचान बनी उसके मूल में यहां से उत्तीर्ण विद्यार्थी ही हैं।
डॉ विनय कुमार सिंह ने छात्रों को संस्कारवान और चरित्रवान बनने पर बल दिया। डॉ सुधांशु सिन्हा ने छात्रों को कर्तव्य पथ पर निरंतर जागृत रहकर अपना तथा अपने संस्थान के गौरव के प्रति सचेत रहने पर बल दिया। डॉ वंदना शुक्ला ने जीवन में नित नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रयासरत रहने का आशीर्वचन प्रदान किया।
डॉ रीता सिंह ने विद्यार्थियों को राष्ट्र व अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहने पर बल दिया। डॉ श्रध्दा सिंह ने निरन्तर परिश्रम और आशावान रहने पर बल दिया। पुरातन छात्र समागम के संयोजक शिक्षक शिक्षा विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अजय कुमार दुबे ने छात्रों को भविष्य में भी अपने विचारों के आदान-प्रदान एवं अपनी सक्रियता के साथ सहयोग पर बल दिया, विद्यार्थी कहीं पर भी विभाग के शिक्षकों का आदर नैतिकता एवं उच्च मानवीय गुणों के आदर्श के रूप में चर्चा करता है तो शिक्षक के रूप में हृदय आह्लादित हो जाता है। छात्रों ने अपने को सौभाग्यवान माना।बहुत से छात्र एकदम से भावुक हो गए काफी वर्षों के बाद एक दूसरे से मिलन को उन्होंने बहुत ही सहृदयता के साथ स्वीकार किया। छात्र समागम में पूर्व छात्र सुरथ अवस्थी, अंजली राय ,मधु सिंह, रवि कुमार, आदित्य, अशोक कुमार सिंह, संदीप सरोज आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किया।