मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद
शादी में दुल्हा बने मध्यमवर्गीय युवा कमलेश ने फिजूलखर्ची के बजाय शहीदों के लिए दान किए 1,11,111/- रुपए
शहीद समरसता मिशन के संस्थापक मोहन नारायण के विचारों से प्रेरित होकर कमलेश ने किया यह कार्य प्रेरणा दायक है।
देश के युवाओं से की शहादत के सम्मान में आगे आने व शहीद परिवारों की मदद करने की अपील की है।
सीहोर। आजकल शादी समारोह की भव्यता पर लाखों,करोड़ों रुपये खर्च किए जाते है। युवा अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए कई अनूठे उपक्रम करते है। लेकिन जिले के भैरूंदा निवासी युवा कमलेश चौहान ने अपने विवाह अवसर पर एक नई परंपरा की शुरुआत की है जिसकी चर्चा व प्रशंसा पूरे क्षेत्र में जोरो पर है।
मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले कमलेश ने अपनी शादी में फिजूलखर्ची न करते हुए 1,11,111/- रुपए की राशि देश में शहीदों व उनके परिवार के लिए कार्य करने वाले शहीद समरसता मिशन को दान की है।
मंहगाई के इस दौर में एक सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले इस युवा व उसके परिवार के लिए यह राशि बड़े मायने रखती है बावजूद, इन्होंने मिशन के संस्थापक मोहन नारायण के विचारों से प्रेरित होकर देश के शहीदों के सम्मान में यह कार्य करना अपना राष्ट्रीय कर्तव्य समझा।
दूल्हा बने कमलेश ने बताया कि – “आज हम देश में समारोह, खुशियां इस लिए मना पा रहे है क्योंकि सरहद पर कोई सैनिक हमारी हिफाज़त के लिए खड़ा है। उसके शौर्य व उसके वीर परिवार के त्याग के सम्मान के लिए समाज से हम युवाओं को आगे आना होगा। आज मैंने अपने गुरु व शहीद समरसता मिशन के संस्थापक मोहन नारायण जी से प्रेरित होकर अपने विवाह अवसर मिशन को अपने सामर्थ्य के अनुसार राशि सौंपी है। मेरी देश के युवाओं से अपील है कि वे भी शहादत के सम्मान में आगे आकर मिशन के विचारों से जुड़े और शहीद सेवा में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर शहीद समरसता मिशन के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण व मिशन की प्रदेश संरक्षक व कारगिल युद्ध शहीद राजेंद्र कुमार यादव (सेना मेडल) की धर्मपत्नी वीरांगना प्रतिभा यादव ने वर-वधु को अपना आशीर्वाद दिया।
प्रतिभा यादव ने कहा कि – “कमलेश ने आज देश में शहादत व सैनिक परिवारों के सम्मान में नई परम्परा का शुभारंभ किया। इसके लिए मैं उन्हें मिशन व प्रदेश के सैनिक परिवारों की और से बधाई व शुभकामनाएं देती हूं। साथ ही देश के अन्य युवाओं से अपेक्षा करती हूं कि वे कमलेश से प्रेरणा लेकर शहादत के सम्मान व राष्ट्र सेवा के लिए आगे निकलकर आएंगे। पत्रकार श्रवण कुमार निषाद ने नव दंपति जोड़ो को आशीर्वाद देते हुए कहा की इस अनोखी पहल ने देश में एक नया आयाम स्थापित किया है। जिसकी प्रशंशा चहु ओर हो रही है।