हिमाशु यादव की रिपोर्ट
पहड़िया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑॅफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में भारत के विख्यात साइंटिस्ट सर सीवी रमन के जन्म दिन को राष्ट्रीय साइंस दिवस के रुप में मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान के बायोटेक्नोलॉजी एण्ड अप्लाइड साइंस विभाग की ओर से फण्डामेंटल एण्ड एप्लीकेशन्स ऑफ स्पेक्ट्रोस्कोपिक टेक्निक फॉर फार्मेसी एण्ड इंजीनियरिंग विशय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीएचयू के प्रोफेसर सत्येन साहा ने सर सीवी रमन के चित्र पर पुष्पांजति अर्पित व दीप प्रज्ज्वलन कर उद््घाटन किया जिनके साथ संस्थान की डायरेक्टर डा0 सारिका श्रीवास्तव एवं डायरेक्टर फार्मेसी डा0 बृजेश सिंह मचासिन थे। तत्पश्चात अपने गेस्ट लेक्चर में बीएचयू इंस्टीट्यूट ऑॅफ साइंस के प्रोफेसर सत्येन साहा ने सर सीवी रमन के जीवन का परिचय देते हुए छात्रों को बताया उनके द्वारा इजात किए रमन स्पेक्ट्र्र्रोस्कोपी जिसपर उन्हें नोबल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था ये हमारे भारत देष के लिए गर्व की बात है
उन्होंने तरह तरह के इन्वेंशस के बारे में बातया जैसे कि बल्ब से एलईडी की तरफ कैस डिस्कवरी हुई स्पेक्ट्र्र्रोस्कोपी न्वायज कैंशिलेशन जो काफी महत्व रखता है लीथियम अल्कलाइन बैट्रियों के बारे में बताया कि किसी भी नोबेल पुरस्कार विजेता के पीछे कई और वैज्ञानिकों की मेहनत लगी होती है और सफलता एक दिन के प्रयास से नहीं बल्कि निरंतर प्रयत्न से हासिल होती है । माइक्रोवेव, स्पेक्ट्रोस्कोपी के बारे में बताया कि कैसे यह माइक्रोवेव ओवन में काम करता है स्पेक्ट्रोस्कोपी को स्पेस में किस तरह इस्तेमाल करते है उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए बताया कि साइंस को हमें ज्यादा महत्व देते हुए इस पर मेहनत करने की जरुरत है।