जमुहाई जौनपुर राष्ट्रीय पी. जी. कॉलेज, जमुहाई में ‘आत्मनिर्भर भारत’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और राष्ट्र के विकास में उनकी भूमिका को प्रोत्साहित करना था। छात्रों ने अपने भाषणों में आत्मनिर्भरता को देश के विकास के प्रमुख तत्व के रूप में प्रस्तुत किया और बताया कि यह सिर्फ आर्थिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे सामाजिक और मानसिक विकास का भी प्रतीक है। उन्होंने स्वरोजगार, मेक इन इंडिया, और शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के महत्व पर भी अपने विचार रखे।मुख्य अतिथि प्रोफेसर मिथिलेश पांडे ने अपने उद्बोधन में छात्रों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा, “आत्मनिर्भरता का अर्थ केवल आर्थिक स्वतंत्रता नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी सोच है जो व्यक्ति को समाज और देश के प्रति जिम्मेदार बनाती है। आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम सभी अपनी क्षमताओं को पहचानकर उनका सदुपयोग करेंगे। हमें स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देनी होगी और देश की उन्नति में अपना योगदान देना होगा।” उन्होंने युवाओं को इस दिशा में सक्रिय होने की प्रेरणा दी।प्रतियोगिता में तनु मिश्रा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, गायत्री गौतम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, और साधना बिंद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजेताओं और कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले छात्र और छात्राओं को मुख्य अतिथि प्रोफेसर मिथिलेश पांडे द्वारा शील्ड और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रमाधिकारी डॉ0 प्रशांत सिंह द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। कार्यक्रम के इस अवसर पर डॉ0 इंद्रजीत सिंह,डॉ0 विजयप्रताप सिंह डॉ0 मंजुलिका यादव, डॉ0 दिलीप सिंह, वरिष्ठ कार्यक्रमाधिकारी डॉ0 तेज प्रताप सिंह डॉ0राकेश चौधरी ,डॉ0 बालाजी, डॉ0 बिटर भैया ,डॉ0 रवि सिंह हुड्डा आदि महाविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे ।