जौनपुर लेखअभिषेक शुक्ला
भारतीय जनता पार्टी में बड़े अर्श के बाद एक ऐसा चेहरा उभरकर सामने आया जो पार्टी का नेतृत्व कर फिर से सत्ता में लाया साथ ही जहां पार्टी का स्तर शुन्य हो गया था ।उसे उभारकर शिखर तक पहुंचाया वह नाम है नरेंद्र दामोदर दास मोदी ये भारतीय जनता पार्टी से गुजरात के मुख्यमंत्री थें । इनके विकास कार्य की चर्चा की मिसाल सब दें रहें थे । विकास कार्य की चर्चा गुजरात समेत अन्य प्रदेशों में भी था। संगठन में अच्छी छबि होने से शीर्ष नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव में मौका दिया। जिससे उन्होंने पुरे भारत में जनता की ह्रदय में जगह बनाने में कामयाब रहे और पार्टी के बनवास को खत्म करते हुए भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई।भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लिए इनकी लोकप्रियता लगातार शिखर की ओर अग्रसर है। इन्होंने अपने कार्य से ना ही भारत में लोगों का दिल जीता बल्कि विदेशों में भी अपने कार्य के माडल का लोहा मनवा रहे हैं। मोदी ने चुनाव लडने के लिए बाबा विश्वनाथ की नगरी को चुना जहां ऐतिहासिक तीर्थ स्थल होते हुए भी विकास नहीं हो सका था। बाबा के आशीर्वाद से इन्हें भारी मतों से विजय प्राप्त हुई। इन्होंने अपने क्षेत्र में अनेकों विकास किए बाबा विश्वनाथ का जिर्णोद्धार करा कर भव्य और सुंदर कारीडोर बना दिया है।जिसको देखने के लिए विदेशों तक से लोग आते हैं। स्वच्छता भारत मिशन चलाकर आदि मां गंगा को भी स्वच्छ बनाने में बहुत सराहनीय योगदान रहा है। बात करें इनकी विकास योजनाओं की तों जो इन्होंने अपने संकल्प पत्र में वादा किया था उसे जमीनी हकीकत में कर दिखाया। जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना: इसके तहत देश के गरीब और बेघर लोगों को अपना आवास बनवाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सहायता राशि दी जाती है इस राशि की मदद से गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले नागरिक, खुद का घर बनवाने में सक्षम हो पा रहे हैं।जनधन योजना: इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग बैंकों में जीरो बैलेंस में अकाउंट खुलवा सकते हैं।जनधन बैंक खाते पर आमजन को चेक बुक, पासबुक, दुर्घटना बीमा के अलावा ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी की सुविधा भी मिलती है. ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी के तहत जनधन खाता धारक अपने अकाउंट में बैलेंस नहीं होने पर भी 10,000 रुपए तक की राशि निकाल सकते हैं।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: देश के छोटे, लघु और सीमांत किसानों को खेती करने में आर्थिक मदद देने के लिए केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाया। इस योजना के तहत केंद्र सरकार देश के किसानों को सालभर में 6000 रुपए की आर्थिक सहायता देती है ये पैसे 2-2 हजार की तीन किस्तों में सीधे किसान लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर होते हैं जो उन्हें खेती करने में बहुत मदद गार सिद्ध होता है।उज्ज्वला योजना: मोदी सरकार ने देश की महिलाओं की जिंदगी में बदलाव के मकसद से मई 2016 में उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी।इस योजना के तहत बीपीएल कार्ड धारकों को मु्फ्त गैस कनेक्शन दिया जाता है और सब्सिडी पर एक साल में 12 गैस सिलिंडर मिलते हैं सब्सिडी सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा होती है इस योजना का लाभ जो गरीब परिवार कभी गैस को नहीं खरीद पा रहे थे उन्हें देकर मोदी सरकार ने इतिहास को कायम किया।
आयुष्मान भारत योजना: देश के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों के स्वास्थ्य का खयाल रखने के उद्देश्य से मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना चलाई है. इस स्कीम में आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है दवाई की लागत, चिकित्सा आदि का खर्च सरकार वहन करती है।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना: मोदी सरकार ने इस योजना की शुरुआत मार्च 2020 में की थी कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान इस स्कीम को शुरू करके 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया गया था।ऐसी तमाम योजनाएं मोदी सरकार द्वारा गरीबों को दी जा रही है।इनकी बढ़ती लोकप्रियता से विपक्ष भलीभांति अवगत हैं। इन्हें रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं फिर अभी तक सफल नहीं हुए।मोदी सरकार ने ऐसे बड़े बड़े काम किए गए जो आजादी के बाद से किसी भी पार्टी ने नहीं किए थे। 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रभाव को खत्म कर दिया । इनके इस कदम से शत्रु देंश बौखला उठा है। कश्मीर में आतंकवादी को पनाह देने वाले और हमारे वीर सैनिकों पर पत्थरबाजी करने वाले अब आख़री सांस को गिन रहें। आतंकवादी संगठन का धीरे धीरे खात्मा हो रहा है राम मंदिर एक बड़ा मुद्दा था जिसे इनके नेतृत्व में ही समाप्त कर दिया राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री ने निष्ठा पूर्वक भांग लिया। इस अवसर पर विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण दिया गया था ।लेकिन उन्होंने इस निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया क्योंकि वें अपने वोट बैंक को सुरक्षित रखना चाहते थे। जिससे हमारे मुस्लिम वोटर नाराज़ न हो। प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर उमड़ी भीड़ के साथ पुरे भारत का राममय हों जाने से विपक्षी खेमे में हलचल सी मंच गई है । मोदी सरकार को तीसरी बार आने से रोकने के लिए तमाम पार्टियां गठबंधन कर रही है। लेकिन अभी तक उनका गठजोड़ नहीं हो पा रहा है हाल ही बिहार की राजनीति में उत्तल पुतल नज़र आया। जहां नीतीश फिर से एनडीए गठबंधन से सरकार बनाएं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की विपक्षी गठबंधन मोह के बंधन में ही रह जाएगा।जो फिर से नरेंद्र मोदी को 2024मे पूर्ण बहुमत से लोकसभा चुनाव में सफलता की हैट्रिक लगाने में विपक्षी दल रोकने में नाकाम रहेंगे और तीसरी बार नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे।