दिल्ली/गोरखपुर।गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और लोकप्रिय अभिनेता रवि किशन शुक्ला को वर्ष 2025 का संसद रत्न सम्मान प्रदान किया गया है। यह राष्ट्रीय सम्मान उन्हें उनके प्रभावशाली संसदीय योगदान के लिए नई दिल्ली स्थित नया महाराष्ट्र सदन में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू रहे, जबकि अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री हंसराज अहीर ने की।
इस सम्मान के लिए रवि किशन का चयन संसद में उनके उत्कृष्ट कार्यों के ठोस आँकड़ों के आधार पर किया गया। उन्होंने 123 प्रश्न पूछे, 14 महत्वपूर्ण चर्चाओं में भाग लिया, 3 निजी विधेयक प्रस्तुत किए, तथा लोकसभा में उनकी उपस्थिति दर भी उल्लेखनीय रही।
सम्मान मिलने के बाद रवि किशन ने कहा “यह केवल मेरा नहीं, गोरखपुर की पवित्र मिट्टी का सम्मान है, जो अब दिल्ली की हवाओं में महसूस की जा रही है। यह पूर्वांचल की जनता के विश्वास की विजय है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन ने उन्हें राष्ट्र और क्षेत्र की सेवा में समर्पित रहने की प्रेरणा दी।
रवि किशन ने प्राइम प्वाइंट प्रतिष्ठान और इसके संस्थापक श्रीनिवासन का भी हृदय से धन्यवाद किया, जिन्होंने संसद रत्न सम्मान जैसी गरिमामयी परंपरा की शुरुआत की।
रवि किशन संसद में शिक्षा, युवाओं को रोजगार, पूर्वांचल का विकास, फिल्म उद्योग, सीमा सुरक्षा, और डिजिटल भारत जैसे मुद्दों को निरंतर सशक्त रूप से उठाते रहे हैं। उनकी सक्रियता और भागीदारी संसद के अभिलेखों में अंकित है, जो इस सम्मान का आधार बनी।
संसद रत्न सम्मान की शुरुआत वर्ष 2010 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सुझाव पर हुई थी। इसका उद्देश्य ऐसे सांसदों को सम्मानित करना है, जो सक्रिय, उत्तरदायी और प्रभावशाली जनप्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं।
चयन प्रक्रिया पूर्णतः आँकड़ों पर आधारित होती है, जिसमें लोकसभा/राज्यसभा सचिवालय और विधायी अनुसंधान सेवा (पीआरएस) के आँकड़े सम्मिलित किए जाते हैं।
वर्ष 2025 में कुल 17 सांसदों और 2 संसदीय समितियों को यह सम्मान प्रदान किया गया।
जैसे ही यह समाचार गोरखपुर पहुँचा, सांसद रवि किशन के तारामंडल स्थित आवास पर समर्थकों ने मिठाइयाँ बाँटीं, ढोल-नगाड़ों के साथ उत्सव मनाया और एक-दूसरे को बधाइयाँ दीं।
समाजिक माध्यमों पर भी रवि किशन की इस उपलब्धि की भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है। लोगों ने इसे एक प्रेरणास्पद संदेश बताया कि यदि जनप्रतिनिधि अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और उत्तरदायी हो, तो संसद से लेकर सड़क तक परिवर्तन की लहर उठाई जा सकती है।
रवि किशन ने अंत में कहा—”यह सम्मान गोरखपुर की जनता के आशीर्वाद और विश्वास का प्रतीक है। यह मुझे और अधिक निष्ठा से सेवा करने की प्रेरणा देगा।”