रिपोर्ट हिमाशु यादव
जौनपुर। जनपद मुख्यालय पर स्थित बीआरपी इन्टर कालेज के विवादित खेल के मैदान पर विगत लगभग एक माह से चल रही प्रदर्शनी का विरोध अब व्यव्स्था और असुरक्षा तथा सरकारी राजस्वी की चोरी के मुद्दे को लेकर मीडिया के लोग विरोध में आ गये है। अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन पत्र देते हुए मांग किया है कि बीआरपी के मैदान में चल रही प्रदर्शनी के सभी पहलुओ की जांच कराते हुए प्रदर्शनी संचालक के विरूद्ध विधिक कार्यवाई किया जाये। हलांकि पत्रकार जनों की मांग पर एडीएम वित्त ने जांच का आदेश देते हुए एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बना दिया है जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सम्मिट करेगी।
एडीएम वित्त को दिए गये मांग पत्र में शिकायत की गई है कि प्रदर्शनी संचालक द्वारा टिकट पर मुल्य प्रिंट नहीं कराया है मनमाना धन की वसूली कर रहा है साथ ही सरकारी राजस्व टैक्स की खुली चोरी कर रहा है। इसके अलांवा जो झूला चला रहा है उसको किसी भी अधिकृत इंजीनियर से उसकी तकनीकी फिटनेस नहीं ली गई है। इसके अलांवा इस प्रदर्शनी के अन्दर हर एक सामान तीन गुने अधिक मूल्य पर बेधड़क बेचते हुए जनपद की आवाम का खुला शोषण किया जा रहा है।
इतना ही नहीं किसी तरह की दैवीय आपदा की दशा में इस प्रदर्शनी के संचालक द्वारा सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं किया गया। इस तरह प्रदर्शनी संचालन के लिए शासन द्वारा बनाये गए अन्य तमाम नियमों की खुली अवहेलना की जा रही है। जनपद के चन्द दलालो के सह पर जौनपुर की आवाम को संकट के मुँह में पहुंचाने की हर चन्द कोशिश जारी है।
मानक के विपरीत चल रही इस प्रदर्शनी के स्वीकृत और अन्य मुद्दो की शिकायत आईजीआरएस के जरिए मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी भेजा गया है। यहां बता दे। बीआरपी का एक विवादित मामला है और उप जिलाधिकारी सदर के न्यायालय में मामला विचाराधीन है इतना ही नहीं अभी अप्रैल माह में एसडीएम सदर ने मैदान की नवैयत न बदलने का स्थगन आदेश भी किया है लेकिन बीआरपी इन्टर कालेज के प्रबंधक ने स्थगन आदेश की अवहेलना करते हुए विवादित भूमि पर प्रदर्शनी लगवा कर धनोपार्जन कर रहे है जो न्यायालय के आदेश की शख्त अवहेलना है। पत्रकारो की इस जंग में बड़ी तादाद में पत्रकार शामिल हो रहे है अगर इस प्रदर्शनी पर रोक न लगी तो पत्रकार कलम छोड़कर सड़क पर आने को मजबूर होगा।