बरईपार, जौनपुर सावन के महीने में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है मान्यता है कि सावन में रुद्राभिषेक से जहां हर तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है वही मनचाही मुराद पूरी होती है। ऐसा पंडित कथा वाचक श्री मनमोहन तिवारी जी ने रामपुर कटाहित खास गांव में अपने यजमान अनिल पांडे के घर पर पूजा अर्चना करते हुए कहा ।
सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है ।श्रद्धालु व्रत रखकर पूजा अर्चना में जुटे हुए हैं । पंडित मनमोहन तिवारी जी ने कहा कि सावन के किसी भी दिन नहा धोकर दूध ,दही ,शहद, और गंगाजल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें इसके बाद जनेऊ,वस्त्र ,भांग ,धतूरा, बेलपत्र, सुपारी ,पान के पत्ते ,फूल माला, जल आदि भगवान शिव को अर्पित करें । फिर ओम नमः शिवाय का जाप 108 या 1008 बार करना होता है । अंत में शिव जी की आरती परिक्रमा कर आप रुद्राभिषेक के फल की प्राप्ति कर सकते हैं।
पं. मनमोहन तिवारी जी ने कहा कि पूजन अर्चन के लिए शिव की मूर्ति नहीं होने पर आप मिट्टी का शिवलिंग घर पर बना सकते हैं और पूजा करने के बाद गंगा जी में मूर्ति को प्रवाहित कर देना चाहिए । पंडित मनमोहन का कहना है कि वैसे तो पूरे सावन माह में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है लेकिन सावन के सोमवार को इसका महत्व कई गुना अधिक बढ़ जाता है । इन दिनों शहर से लेकर गांव तक सावन के महीना में शिव मंदिरों से लेकर घरों तक भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है ।