मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद
भारतीय संस्कृति की मान्यता है कि धन की देवी लक्ष्मी कमल पर होती है कमल पानी में होता है। इसका मतलब धन देवी लक्ष्मी पानी में हैं। सभी शिक्षित अशिक्षित बेरोजगारों से अपील और निवेदन है कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में आयें, अनुदान और ज्ञान की सहायता ले रोजगार पायें, पौष्टिक भोजन पैदा करें, बेरोजगारी भगायें और राजस्व की वृद्धि करें, समृद्धिशाली बनें।
मत्स्य पालन मे वित्तीय सहायता हेतु प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत वर्ष 2022-23 की दिनांक 01.07.2022 से ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित है। प्रदेश की कार्ययोजना हेतु दिनांक 01.07.2022 से दिनांक 31.07.2022 तक विभागीय पोर्टल http://fymis.upsdc.gov.in पर आनलाईन आवेदन करे।
जिसमें संचालित होने वाली लगभग 25 परियोजनाओं में वित्तीय लाभ /अनुदान (एस.सी/एस.टी, महिलाओं के लिए परियोजना लागत का 60 प्रतिशत यानी दस हजार मे 6 हजार और सभी वर्ग के पुरुषों को 40 प्रतिशत यानी 10 हजार मे 4 हजार लेने हेतु) आनलाईन आवेदन लिया जा रहा है।
योजना में मुख्य रूप से तालाब निर्माण, मछली पालन मे होने वाला व्यय, खारे जल में तालाब निर्माण, मछली पालन मे होने वाला व्यय, मत्स्य बीज हैचरी की स्थापना, बायोफ्लाक टैंक , विभिन्न श्रेणी के बड़े, माध्यम और छोटे आकार के आर.ए.एस. एवं बायोफ्लाक, विभिन्न श्रेणी की फिश फीड मिल, साइकिल आइस बाक्स के साथ, मोटर साइकिल आइस बाक्स के साथ, थ्री व्हिलर आइस बाक्स के साथ, इन्सुलेटेड वाहन, रेफ्रीजिरेटेड वाहन, मत्स्य बीज नर्सरी, घर के आगे पीछे छोटे तालाब, मनोरंजन युक्त तालाब, जिंदा मछली विक्रय केंद्र, केज कल्चर आदि परियोजनाएं प्रमुख हैं। इच्छुक व्यक्ति अपनी इच्छानुसार परियोजनाओं का चयन करते हुए निर्धारित समयावधि के अन्दर वित्तीय सहायता हेतु आनलाइन आवेदन करें। महिलाओं और अनुसूचित जाति के लिए 60 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था है। पुरूष एवं सामान्य श्रेणी के लिए 40 प्रतिशत है।
मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्पादन और क्रय-विक्रय से संबंधि जानकारी देने हेतु मत्स्य विभाग द्वारा 50-50 के बैच का जिला स्तर पर निःशुल्क शिक्षण प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें बिंदुवार र्योजनाओं के बारे में, योजनाओं की पात्रता के बारे में, किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में, उनके अहर्ता, नियम एवं शर्तों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
किसान क्रेडिट कार्ड की आर०बी०आई की नई गाइडलाइन है, जिसमें किसी मत्स्य पालक के पास जाल या नाव हो, छोटे या बड़े पोखरे हों, मत्स्य पालन के क्षेत्र और क्रय -विक्रय से संबंधित प्रमाणिक दस्तावेज बैंक में जमा करने पर किसान क्रेडिट कार्ड जो फिशरीज क्रेडिट कार्ड का स्वरूप धारित करता है, बैंक 10 हजार से 01 लाख 60 हजार क्रेडिट लिमिट के साथ बिना किसी कोलेटरल गारन्टी के व्यवसाय करने की अनुमति देता है जानकारी के आभाव में मछुआ समुदाय किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित हैं इस लिए व्यवसाय नहीं कर पा रहा है और मछुआ दुर्घटना बीमा (निःशुल्क) का लाभ भी नहीं प्राप्त कर पाते हैं। प्रशिक्षण में विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
निःशुल्क दुर्घटना बीमा का लाभ प्राप्त करने के लिए केवल 02 प्रपत्र, आधार कार्ड और बैंक विवरण देकर प्राप्त किया जा सकता है। मछुआ दुर्घटना बीमा में मृत्यु होने पर 5.00 लाख रूपए नॉमिनी को, पूर्ण अपंगता की दशा में लाभार्थी को 05 लाख रूपए की धनराशि, आंशिक अपंगता की दशा में 2.5 लाख रूपए और दुर्घटना होने पर हॉस्पिटल में भर्ती होने पर 25000/- रूपए का राहत लाभ विभाग के द्वारा प्रदान किया जाता है।
प्रशिक्षण के दौरान निःशुल्क तालाब की मिट्टी और पानी जांच के नमूने प्राप्त किये जाएंगे। मत्स्य पालन के क्षेत्र से जुड़े हुए जितने भी किसान है उनके हितार्थ सभी से अपील है कि दिनांक 01.07.2022 से अपरान्ह 10:00 बजे से अपने मोबाइल में गूगल एप डाउनलोड करके विभागीय पोर्ट http://fymis.upsdc.in पर जा कर पंजीकरण करके आवेदन करना होगा। अलग-अलग योजनाओं के लिए अलग-अलग अर्हतायें हैं। लाभार्थी को चाहिए कि अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार योजना का चयन का लाभ लें और आय में वृद्धि करें।
यह पोर्टल 31 जुलाई 2022 तक ही खुलेगा और आवेदन लिया जाएगा। जिनके कुछ प्रपत्र पूरे न होने की दशा मे चयन तक जमा कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी विभाग से, विभाग की वेबसाइट http://fymis.upsdc.in से, https://dof.gov.in/ से, https://nfdb.gov.in/ पोर्टल से, UP Fish Farmer App, विभागीय अधिकारियों से, जनपद, मंडल के अधिकारियों से संपर्क कर जानकारी प्राप्त करें.
महत्वपूर्ण सूचना
समस्त मंडल प्रभारी एवं से प्रभारियों को सूचित किया जाता है उपरोक्त योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अपने मंडलों में आज से 31 जुलाई तक प्रवास करें और मत्स्य विभाग के पोर्टल पर आवेदन कराएं। जिला स्तरीय शिक्षण मे कार्यक्रम मे विभाग से संपर्क कर समाज के लोगों को प्रशिक्षित करा जागरूक करें जिससे समाज के लोग वित्तीय सहायता प्राप्त कर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें।
टोल फ्री नंबर : 18001805661 (सभी विभागीय अधिकारियों से )
संपर्क सूत्र : 0522-2740414, 2237846, 2235675
मोबाईल नंबर : 9452998480,
आपका
डॉ संजय कुमार निषाद
मत्स्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार
राष्ट्रीय अध्यक्ष – निषाद पार्टी