गोरखपुर।गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेता मनीष ओझा ने शास्त्री चौक प्रेस क्लब और पैडलेगंज चौराहे पर लगाए गए पोस्टरों के माध्यम से एक सामाजिक और वैचारिक संदेश देते हुए आगामी 27 जुलाई को नेपाल क्लब सिविल लाइन में होने वाले छात्र नेता समागम एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी पर अपनी राय स्पष्ट की है।
पोस्टरों में लिखा गया—”इतिहास हमेशा अपने विचारों पर अडिग रहने वालों का लिखा जाता है। मैं हर प्रकार के गलत कार्यों का शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करता रहा हूँ और करता रहूंगा।”
मनीष ओझा ने बताया कि यह आयोजन शुरुआत में सर्वदलीय उद्देश्य के साथ था, लेकिन कार्यक्रम की दिशा धीरे-धीरे एक विशेष राजनीतिक झुकाव की ओर बढ़ती प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा कि वह 10 जुलाई को एक वीडियो के माध्यम से भी इस विषय पर अपनी आपत्ति और मतभेद सार्वजनिक रूप से रख चुके हैं उनका कहना है कि कार्यक्रम का विचार सराहनीय हो सकता है, लेकिन यदि इसे छात्र संघ चुनाव बहाली की भावना से भटका कर, किसी विशेष राजनीतिक प्रभाव या उद्देश्य की ओर मोड़ा जाए, तो उसमें भाग लेने वाले छात्रों को पारदर्शिता के साथ जानकारी दी जानी चाहिए मनीष ओझा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह कार्यक्रम या छात्र राजनीति के मंच का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि यह अपेक्षा कर रहे हैं कि नेतृत्वकर्ता निष्पक्षता और छात्र हितों को प्राथमिकता दें “मैं हमेशा मुद्दों के साथ खड़ा रहा हूँ और सच्चाई का समर्थन करता हूँ। न तो मैंने कभी चाटुकारिता की है, न ही भविष्य में करूंगा। मैं यही चाहता हूँ कि छात्र राजनीति स्वस्थ, पारदर्शी और निष्पक्ष बनी रहे।”
अंत में उन्होंने सभी छात्रों और शहरवासियों से अपील की कि वे 27 जुलाई को नेपाल क्लब में होने वाले कार्यक्रम में अवश्य पधारें, और स्वतंत्र सोच के साथ अपना मत बनाएं।
गौरतलब है कि मनीष ओझा छात्र राजनीति में सक्रियता और अपने स्पष्ट विचारों के लिए जाने जाते हैं। उनका यह बयान आगामी छात्र आंदोलनों और विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति की दिशा को लेकर नई चर्चा को जन्म दे सकता है।