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गोरखपुर।उतर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री/प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अधिकारीगण समय से कार्यालय में उपस्थित हो तथा जन समस्याओं का समयवद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें उन्होंने कहा कि अच्छे आचरण एवं व्यवहार से ही समाज में परिवर्तन लाया जा सकत है। टीम भावना के साथ यदि कार्य किया जाये तो निश्चित रूप से उसके बेहतर एवं सार्थक परिणाम परिलक्षित होंगे। शासन की नीतियों निर्णयों का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित हो और शासकीय योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाये ताकि आमजन मानस शासन द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक हो। प्रभारी मंत्री ने निर्माण कार्यो की गुणवत्ता समयबद्धता एवं पारदर्शिता पर विशेष बल देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों को शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी अवश्य दी जाये क्योकि जनप्रतिनिधि जनता के प्रति जवाबदेह होता है।
उक्त निर्देश प्रभारी मंत्री ने एनेक्सी भवन सभागार में आयोजित विकास कार्यक्रमों कानून व्यवस्था आदि की समीक्षा बैठक करते हुए दिये। इस अवसर पर उन्होंन ने पेंशन की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कोई भी पात्र व्यक्ति पेंशन योजना से वंचित नही होना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कार्य की गुणवत्ता की जांच करायी जाये तथा योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों को मिले और सत्यापनो परान्त अपात्रों का नाम सूची से पृथक किया जाये और यह सुनिश्चित हो कि किसी भी योजना में बिचौलियों का प्रवेश कदापि न होने पायेे।
खाद्यान्न वितरण प्रणाली की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि राशन कार्ड धारकों को गुणवत्तायुक्त एवं निर्धारित मानक के अनुसार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाये। खाद्यान्न वितरण में किसी भी प्रकार की धाधली नहीं होनी चाहिए राशन वितरण प्रणाली काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि रिक्त कोटे की दूकानों को शिघ्र भरा जाये तथा आवंटन में महिला स्वयं सहायता समूहों को वरीयता प्रदान की जाये।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत गोल्डेन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाई जाये और सभी पात्र व्यक्तियों को गोल्डेन कार्ड उपलब्ध कराये जाए। यह योजना गरीबों को जीवन प्रदान करने में सहायक सिद्ध होता है। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य प्रदान करना हमसब का नैतिक दायित्व है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी मरीज दवा के अभाव में वापस न जाये। स्वास्थ्य केन्द्रो पर चिकित्सको की उपस्थिति अवश्य बनी रहे कोई भी स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्सक विहीन नहीं होने चाहिए और स्वास्थ्य केन्द्रो पर इमरजेन्सी सेवाएं उपलब्ध करायी जाए और अस्पतालों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिये जाए। इसके अतिरिक्त यह भी सुनिश्चित हो कि जनपद पूरी तरह कुपोषण मुक्त रहे इस हेतु एक अभियान के तहत कुपोषित बच्चों को पोषण की श्रेणी में लाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये।