तेजी बाजार(जौनपुर) गुजरात प्रांत के बाकरोल स्थित श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण मंदिर से पधारे निरंजन स्वामी ने स्थानीय बाजार में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा आत्मीयता के द्वारा ही जीवन में सुख शांति और मानवता का विकास संभव है। हिंसा अनाचार परिवार व समाज को अशांत बनाए हुए हैं।ऐसे में आत्मीयता का जीवन जीकर हम परिवार समाज व राष्ट्र को खुशहाल बना सकते हैं। आत्मीयता के द्वारा हम परिवार,समाज, राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने के साथ अपना आत्म कल्याण भी कर सकते हैं। ब्यसन समस्त बुराइयों की जड़ है। इससे परिवार व समाज में विखंडन उत्पन्न हो रहा है।हम व्यसन मुक्त जीवन जीकर परिवार समाज व मानवता की सेवा कर सकते हैं। हम जीवन में शाकाहार अपना कर रोगों से मुक्ति पाने के साथ हमारे विचारों में भी शुद्धता सात्विकता के भाव आते हैं ।हम प्रभु के नजदीक पहुंचते हैं।हमारे जीवन में संत उसी प्रकार अनिवार्य है, जिस प्रकार एक बालक के जीवन में मां की अनिवार्यता होती है। संत एवं गुरु हमें दुर्गुणों से बचाकर देवत्व की ओर ले जाते हैं।
इस दौरान सर्वदर्शन स्वामी ने भी लोगों को संबोधित किया।
इस अवसर पर आयोजक दिनेश जायसवाल,राय अखिलेश सिंह,शुरेस जायसवाल, राजेश सिंह,प्रदीप सिंह,संजय विश्वकर्मा,जगन्नाथ गुप्ता, अनिल जायसवाल, राकेश मिश्रा,राजबहादुर यादव, शिवप्रताप सिंह,मेघनाथ जायसवाल, राकेश सिंह,जयप्रकाश यादव,अनिल जायसवाल,वृजलाल गुप्ता,जमुना प्रसाद,,रमाकांत यादव,विजय कुमार,सोनू सेठ सहित अनेको श्रद्धालु मौजूद रहे।