गोरखपुर।यूपी में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को ईडी ने छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने विनय शंकर के साथ उनके साथी अजीत पांडेय को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद ईडी ने दोनों लोगों को लखनऊ स्थित सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश किया. बता दें कि आज विनय शंकर तिवारी की फर्म गंगोत्री एंटरप्राइजेज के दफ्तरों पर ईडी ने छापेमारी की.लखनऊ, गोरखपुर और मुंबई में गंगोत्री इंटरप्राइजेज के दफ्तरों पर ये छापेमारी की गई है. 1500 करोड़ के बैंक लोन घोटाले में सीबीआई जांच पहले से ही चल रही है अब ईडी ने भी पीएमएलए एक्ट में केस दर्ज किया है
आप को बता दे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व विधायक समाजवादी पार्टी के नेता विनय शंकर तिवारी की ईडी ने लखनऊ में किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सोमवार की सुबह-सुबह ईडी का छापा पड़ने से हड़कंप मच गया बता दें,कि पूर्व बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी के जटाशंकर चौराहा पर स्थित आवास पर सुबह-सुबह ईडी ने छापा मारा। बैंक से करोड़ों रुपए हड़पने का मामला पहले से चल रहा है, इसी संदर्भ में ईडी कार्यवाही सोमवार की सुबह से चली
पूर्व मंत्री और कई बार के विधायक रहे पंडित शंकर तिवारी के पुत्र विनय शंकर तिवारी और उनकी पत्नी रीता तिवारी सहित कई अन्य सहयोगियों के खिलाफ बैंक से 754 करोड़ रुपए की हेरा फेरी का मामला पहले से चल रहा है। ईडी द्वारा पूर्व में भी विनय शंकर तिवारी के लखनऊ और गोरखपुर सहित कई ठिकानों पर छापा मारा गया था। फरवरी 2024 मैं की गई छापेमारी के दौरान लगभग 103 करोड रुपए की अवैध संपत्ति जप्त की गई थी। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि यह छापेमारी भी उसी कड़ी के तहत की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक गंगोत्री इंटरप्राइजेज और सहयोगी कंपनियां के नाम पर बैंक से 1129 .44 करोड रुपए की क्रेडिट लिमिट ली गई थी। और इसके नाम पर कई प्रॉपर्टी खरीदी गई है। जिनमें से 754 करोड रुपए हड़पने का मामला सामने आया था। ईडी की कार्रवाई के तहत अब तक 103 करोड रुपए की संपत्ति को जप्त किया जा चुका है। बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा सीबीआई में मामले के संदर्भ में मुकदमा दर्ज कराया गया था। तभी से यह जांच चल रही है।