जौनपुर। स्पोर्ट्स इंजरी जैसी समस्याएँ लगभग सभी खिलाड़ियों व जिम करने वाले लोगो में देखने को मिलती हैं। मांसपेशियों में खिंचाव आम खेल चोटों में से एक है, जो अक्सर तब होता है जब एक मांसपेशी अतिरंजित होती है और क्षतिग्रस्त हो जाती है। मांसपेशी में उपभेद मुख्य रूप से क्वाड्रिसेप्स, पिंडलियों, कमर, पीठ के निचले हिस्से और कंधे को प्रभावित करते हैं।
स्पोर्ट्स इंजरी के संबंध में जिले के बहुचर्चित हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ राबिन सिंह द्वारा उमानाथ सिंह स्टेडियम में खिलाड़ियों को खेल कूद में होने वाली शारीरिक समस्याओं को लेकर कैंप का आयोजन किया गया जहाँ स्पोर्ट्स इंजरी संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा करते हुए उसके निराकरण के उपायों की जानकारी को भी उपस्थित सभी खिलाड़ियों के साथ साझा किया।
डॉक्टर रॉबिन सिंह ने बताया कि ज़्यादातर खिलाड़ियों का लीगामेंट खेल के दौरान ज़रा भी इधर-उधर होने पर टूट जाता है। लीगामेंट घुटने के बीच में होता है और ऊपर और नीचे वाले पैर को कनेक्ट करता है। इसके टूटने से दोनों पैर आपस में घिसने लगते हैं, जिससे दर्द होता है।
स्पोर्ट्स इंजरी के उपायों के संबंध में डॉ. रॉबिन सिंह ने कहा की इन्हें नज़रांदाज़ न करते हुए सबसे पहले चिकित्सकीय परामर्श लें, समय से इलाज करवाएँ एवं इंजरी होने के तुरंत बाद डॉक्टरी सलाह के साथ फिज़ियोथैरेपी ली जाए तो इससे राहत मिल सकती है। स्पोर्ट्स इंजरी की परेशानी प्राइस थैरेपी से भी दूर की जा सकती है।