रिपोर्ट हिमाशु यादव
प्रदेश में नौतपा का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके चलते भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। भीषण गर्मी जानलेवा होती जा रही है। प्रदेश में गर्मी और लू की चपेट में आने से 51 लोगों की मौत हो गई। प्रदेश के ज्यादातर हिस्से लू की चपेट में रहे।
प्रचंड गर्मी और लू की चपेट में आने से बुधवार को 31 लोगों की जान चली गई।
इसमें महोबा में आठ, हमीरपुर में सात, चित्रकूट में छह, फतेहपुर में पांच, बांदा में तीन और जालौन में दो व्यक्ति की मौत हो गई। इनमें से ज्यादातर लोग किसी काम से बाहर निकले थे और रास्ते में ही अचेत होकर गिर गए।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। बहराइच में लू की चपेट में आने से नानपारा व कैसरगंज तहसील क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई। इसी तरह प्रयागराज में एक दरोगा समेत चार लोगों की जान चली गई। ग्रेटर नोएडा में मेरठ निवासी एक बुजुर्ग की लू लगने से मौत हो गई। बलिया में एक महिला की मौत हो गई। इसके अलावा वाराणसी में छह, मिर्जापुर में तीन, आजमगढ़, जौनपुर और सोनभद्र में एक-एक की मौत हुई है। आशंका जताई जा रही है कि इन सभी लोगों की लू लगने से मौत हुई है,
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से भीषण लू की चपेट में रहे। जिन इलाकों में लू नहीं रही, वहां चल रही गर्म हवा लू का एहसास करा रही थी। बुधवार को प्रयागराज का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री पहुंच गया, जबकि कानपुर 48.4 डिग्री के साथ दूसरा सबसे गर्म शहर रहा। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, बुधवार को भीषण गर्मी के बीच अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री तक अधिक रहा। जबिक रात का पारा भी 6 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ।