रिपोर्ट हिमाशु यादव
जौनपुर। जनपद के बरसठी थाना क्षेत्र स्थित निगोह बाजार में गुरुवार को सैकड़ो ग्रामीण जनों ने मृतक विवेक यादव का शव रखकर जमकर तांडव किया। इस दौरान पत्थरबाजी की गई जिसमें पुलिस के कई वाहन टूटे तो एक लेखपाल भी घायल हुआ। घटना के पीछे राजनैतिक सियासत के साथ साथ कुछ लोगो द्वारा युवाओ को उकसाने का मामला प्रकाश में आ रहा है।
इस खेल में 18 से 20 साल के युवाओं को शामिल किया गया, जिनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था और उनको उकसा कर आगे किया गया। । हलांकि पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।जिले के बरसठी थाना क्षेत्र के मंगरमु गांव के विवेक यादव की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया था। इसमें मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि एक आरोपी राजू यादव कठरवा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
चक्का जाम के दौरान हंगामा एवं पत्थरबाजी करने वाले जो भी ग्रामीण लोग थे, उनकी उम्र 18 से 22 साल थी। पुलिस ने मामले कि जब पड़ताल शुरू की तब यह बात सामने आई कि वह किसी के बहकावे में उपद्रव में शामिल हुए हैं। उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। इसी वजह एसपी द्वारा सभी उपद्रवियों को सचेत किया जा रहा था। इसमें पुलिस इस प्रकरण को राजनैतिक सियासत एवं उकसाने को लेकर जोड़ रही है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि हंगामा कराने वालों को चिन्हित किया गया है। इसमें मंगरमु गांव के प्रधान अरविंद शुक्ला, गहली कठरवा के प्रधान सुभाष दुबे, शिवशंकर यादव, पुनीत यादव, शतिराम यादव सहत आठ लोगों के खिलाफ उकसाने के मामले मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी कर ली गई है। इसके अलावा 35 लोगों को पूरे प्रकरण में हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। खबर यह भी आयी है कि पूरे गाँव में पुलिस का पहरा है और ग्रामीण गाँव छोड़कर भागे हुए है।
इस हत्याकांड और अपहरण की घटना के पीछे की जो कहांनी है वह चाऊमीन की दुकान पर चाऊमीन खाने के बाद उसके मूल्य भुगतान को लेकर बताई जा रही है। मृतक और अभियुक्त दोनो चाऊमीन के दुकानदार है। खबर है कि अपहरण की घटना के तत्काल बाद ही मृतक के पिता ने थाना बरसठी में मुअसं 277 /24 से धारा 115 (2),140 (1) बीएनएस में मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस ने मुकदमा लिखने के साथ ही घटना में अभियुक्त बनाये गए राजू यादव को गिरफ्तार कर लिया इसके बाद शान्त हो गई दूसरे दिन विवेक की लाश भदोही में मिलने के बाद हडकंप मच गया और मुकदमें को धारा 103 बीएनएस बढ़ा दिया गया है। इस तरह इस घटना के पीछे जो मामला प्रकाश में आया है वह बहुत ही मामूली ही था।