गोरखपुर से अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर।रामनवमी के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किया और प्रसाद खिलाया मुख्यमंत्री ने गुरुवार को चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर गोरखनाथ मंदिर भवन में विधि-विधान के साथ पारंपरिक कन्या पूजन किया. वह पहले एक बटुक भैरव के पैर धोते हैं और मां भगवती के नौ रूपों के प्रतीक नौ कन्याओं की पूजा करते हैं, फिर उन्हें अपने हाथ से दक्षिणा देकर विदा करते हैं। इस समय मंदिर पहुंची अन्य कन्याओं को भी उसी श्रद्धा से भोजन कराकर विदा किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृ शक्ति की उपासना हमारे देश की संस्कृति है। इसलिए नवरात्र की नवमी तिथि को कन्या पूजन का विधान है।
कन्या पूजन का समय दोपहर 12 बजे निर्धारित किया गया था। मुख्यमंत्री के आने से पहले ही आमंत्रित युवतियां मंदिर पहुंच गईं। पहले उन्होंने बारी-बारी से थारे पर खड़े होकर नौ कन्याओं और एक बटुक भैरव के पैर धोए। टीका लगाने के बाद चुनरी को ढककर आरती की जाती है। पूजा के बाद कन्याभोज समारोह शुरू होता है।
मुख्यमंत्री ने एक-एक कर सभी बच्चियों के पास जाकर उनकी थाली में अपने हाथों से भोजन परोसा और प्रश्न पूछकर उन्हें खिलाया. इस दौरान वह बच्चों को दुलारता रहा। भोजन के बाद मुख्यमंत्री ने सभी कन्याओं को हाथ में दक्षिणा देकर विदा किया। बच्चों ने मुख्यमंत्री का पूजन कर खुशी का इज़हार किया। कुछ ने जवाब भी दिया है। उन्होंने कहा, योगी बाबा बहुत अच्छे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की सुबह चार बजे मां भगवती के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की.
रामनवमी पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “अयोध्या में श्री रामजन्मोत्सव का कार्यक्रम पूरे भव्यता के साथ लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में संपन्न हुआ है हर देव मंदिर में काफी उत्साह है. कल से लेकर अब तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम पर पहुंचे हैं उन्होंने कहा, “रामनवमी पर पूरे प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं.इससे पहले उन्होंने ट्वीट करके भी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “जगज्जननी माँ भगवती की आराधना व उपासना के पावन पर्व चैत्र नवरात्र की सभी प्रदेश वासियों और भक्तों को हार्दिक बधाई.
राम नवमी से नवरात्र की महा अष्टमी तिथि पर सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर स्थित शक्तिपीठ में विधि-विधान से माँ महागौरी की पूजा-अर्चना की