मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद
पुत्र की रक्षा के लिए किया जाने वाला व्रत जीवित्पुत्रिका (जितिया) का विशेष महत्व है। इस दिन माताएंअपनी संतान की रक्षा और कुशलता के लिए निर्जला व्रत करती है। जितिया का व्रत अश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल 2023 में 6 अक्टूबर को मनाया गया। यह इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र, सेहत और सुखमयी जीवन के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत की शुरुआत सप्तमी से नहाय-खाय के साथ हो जाती है और नवमी को पारण के साथ इसका समापन होता है। और माताएं जितिया माता की कथा सुनाकर पूजन करती है देवी माता का पचारा लाचारी भी गाती है। इस मौके पर मनोज ,अशोक ,विनोद, राहुल,गोलू- भोलू,पंकज,अंगद एवं ग्रामवासी मौजूद रहे।