गोरखपुर, 9 अगस्त।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों की तैयारियों में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि तैयारियां युद्धस्तरीय हों, ताकि जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण कर बारिश के प्रभाव का जायजा लिया। इसके बाद गोरखनाथ मंदिर के सभा कक्ष में सिंचाई, लोक निर्माण, विद्युत, नगर निगम और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि नदियों के जलस्तर की सतत निगरानी हो और तटबंधों को सुरक्षित रखने के कार्य लगातार जारी रहें। संभावित प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त नावों की उपलब्धता, बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और शिविरों को सक्रिय करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। जरूरतमंदों तक राहत सामग्री तुरंत पहुंचाई जाए।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की तुरंत मरम्मत और निर्माणाधीन मार्गों पर व्यवधान कम करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिना व्यवधान आपूर्ति सुनिश्चित करने और किसी भी फाल्ट को शीघ्र दूर करने के आदेश दिए।
शहरी क्षेत्रों में जलनिकासी पर विशेष ध्यान देते हुए सीएम योगी ने कहा कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलभराव की आशंका वाले स्थानों पर पंपिंग सेट की व्यवस्था हो। बैठक में उन्होंने ‘विरासत गलियारा’ की प्रगति की समीक्षा भी की।
गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया और अपने गुरुदेव महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की समाधि पर श्रद्धा अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक ‘रिवर ऑफ थॉट-I’ का विमोचन भी किया।