गोरखपुर।गोरखपुर शाहपुर के पादरी बाजार निवासी सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी अशोक जायसवाल का शुक्रवार सुबह साढ़े पाँच बजे अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ताओं ने उनकी पत्नी से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। सूचना मिलते ही पुलिस ने छह खोजी दल गठित कर जांच शुरू की।
नगर में लगे निगरानी कैमरों की रिकॉर्डिंग, दूरभाष विवरण और अन्य तकनीकी निगरानी के माध्यम से पुलिस ने योजना बनाई। अशोक की पत्नी को यह बताया गया कि जब अगली बार अपहरणकर्ताओं का फ़ोन आए तो उन्हें रुपयों के बहाने बातचीत में उलझाएं शाम को जैसे ही अपहरणकर्ता कालेसर जीरो प्वाइंट पर रुपये लेने पहुंचे, पुलिस ने तीन आरोपियों—करुणेश दुबे, श्याम सुंदर और जनार्दन गौंड—को धर दबोचा और अशोक जायसवाल को सुरक्षित मुक्त करा लिया।
घटना में प्रयुक्त एक चारपहिया वाहन, एक दूरभाष यंत्र, एक देशी कट्टा (315 बोर) और दो जीवित कारतूस बरामद किए गए चार अन्य वांछित आरोपी कलालुद्दीन, प्रीतम कुमार, शेरू सिंह और अंश फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अपहरणकर्ताओं और अशोक जायसवाल के बीच कोई पूर्व आर्थिक लेनदेन नहीं था। अपहरणकर्ताओं ने पत्नी पर मानसिक दबाव बनाने के लिए झूठा दावा किया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने सफल कार्यवाही करने वाली पुलिस इकाई की प्रशंसा करते हुए उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की घटना का खुलासा पुलिस कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में किया गया, जिसमें नगर पुलिस अधीक्षक तथा गोरखनाथ क्षेत्राधिकारी भी उपस्थित रहे