गोरखपुर। ज्योति इंटर कालेज नाहरपुर गोरखपुर में उत्तर प्रदेश सरकार के भाषा विभाग के अधीन उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा आयोजित त्रैमासिक पौरोहित्य प्रशिक्षण शिविर का का आयोजन ज्योति इण्टर कालेज नाहरपुर के प्रांगण में किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गोरक्षनाथ संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य और भाजपा महानगर उपाध्यक्ष बृजेश मणि मिश्र द्वारा किया गया। प्रदेश के 37 विद्यालयों में प्रशिक्षण कार्यक्रम एक साथ विधिवत प्रारम्भ हुआ। अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि बृजेश मणि ने कहा कि संस्कृत देवों की भाषा है। बिना मूल भाषा के मूल्यों और संस्कृति का ज्ञान नहीं हो सकता है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे उत्तर प्रदेश शिक्षक महा सभा के संरक्षक चंद्रभूषण मिश्र ने कहा कि संस्कृत के बिना संस्कृति का ज्ञान नहीं हो सकता तथा बिना संस्कृति के संस्कार नहीं आ सकता।
गोरक्षनाथ संस्कृत महाविद्यालय के व्याकरण के आचार्य हृदय नारायण शुक्ल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत एक ऐसी भाषा है जिसके बिना किसी भी भाषा को समझना अकल्पनीय है इसलिए संस्कृत को देव भाषा भी कहा जाता है कार्यक्रम के मुख्य आचार्य और प्रशिक्षक भगवताचार्य अच्युतानंद त्रिपाठी ने कहा कि यह पहली बार किसी सरकार के अपनी संस्कृति को बच्चों में प्रेरित करने का पुनीत कार्य किया है। अपने संस्कृत और संस्कृति की जानने का अवसर सभी जातियों को हैं। यह केवल उच्च कोटि के मानवीय गुणों ही नहीं बल्कि जनकल्याण के प्रेरित प्रशिक्षण है। आप को बताते चले यह प्रशिक्षण तीन महीने का होगा जिसमें पचहत्तर दिवस का प्रशिक्षण होगा और इस में कुल चालीस छात्रों का चयन किया गया है।कार्यक्रम की शुभारंभ माता सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित करके तथा दीप प्रज्वलित करके किया। अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य रवि प्रकाश यादव ने किया तथा अतिथियों का आभार विद्यालय के प्रबंधक अजय प्रकाश यादव ने किया। विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ज्योति इंटर कॉलेज के प्रबंधक अजय प्रकाश यादव सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा ऐसे कार्यक्रम के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन अष्टभुजा मिश्र ने किया।इस अवसर पर अध्यापिका रश्मि सिंह, मधु उपाध्याय, प्रतिमा पाठक, जयश्री चक्रवर्ती, पुनीता पांडेय, अध्यापक गण अजय कुमार यादव, संजय कन्नौजिया एवम अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।