गोरखपुर 30 जून।महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है। मंगलवार, 1 जुलाई को भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विश्वविद्यालय में नवनिर्मित अकादमिक भवन, विश्व स्तरीय पंचकर्म चिकित्सा केंद्र, लगभग 1500 क्षमता वाले ऑडिटोरियम का लोकार्पण और 1000 छात्राओं के लिए गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास करेंगी।
यह प्रदेश का पहला निजी विश्वविद्यालय है जहां चार वर्षों में दूसरी बार राष्ट्रपति का आगमन हो रहा है। इससे पूर्व 2021 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एमजीयूजी का उद्घाटन किया था।
एमजीयूजी शिक्षा, चिकित्सा, अनुसंधान, नवाचार और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नए प्रतिमान गढ़ रहा है। विश्वविद्यालय देश का पहला संस्थान है जिसने स्वनिर्मित सॉफ्टवेयर से छात्र संसद के ऑनलाइन चुनाव सफलतापूर्वक कराए। साथ ही, आने वाले वर्षों में परिसर को पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित करने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है।
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से हुए एमओयू विश्वविद्यालय को शोध, स्टार्टअप्स और रोजगारोन्मुखी शिक्षा का केंद्र बना रहे हैं। हाईटेक ऑडिटोरियम, आधुनिक हॉस्टल, 1800 बेड का प्रस्तावित अस्पताल और अनुशासित परिसर संस्कृति एमजीयूजी को भविष्य के ग्लोबल नॉलेज सेंटर की ओर अग्रसर कर रहे हैं।