पीपीए के तहसील अध्यक्ष से सरहरी प्रभारी ने की थी अभद्रता
गोरखपुर जिले के गुलरिहा थाने के सरहरी चौकी प्रभारी द्वारा पीपीए के तहसील अध्यक्ष के साथ अभद्रता को लेकर पीपीए का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने आये दिन पत्रकारों व जन प्रतिनिधियों से अभद्रता करने की लिखित शिकायत की है। आरोप है कि सरहरी चौकी प्रभारी द्वारा एक आजीवन कारावास सजा प्राप्त का सहयोग करके न्यायलय में विचाराधीन मुकदमे को दर किनार करके खेत को जोतवाने व कब्जा कराने का प्रयास कर रहे हैं।
पीपीए के तहसील सदर अध्यक्ष के एक जमीन का मुकदमा न्यायालय में चल रहा है। उक्त जमीन पर तहसील अध्यक्ष के फुफा की हत्या भी हो चुकी है। उक्त विवादित जमीन के द्वितीय पक्ष ने सरहरी चौकी प्रभारी के सहयोग से उक्त खेत को जोत रहे थे। जब प्रथम पक्ष ने रोका तो सरहरी चौकी प्रभारी कमलेश प्रताप सिंह ने दोनों पक्ष को चौकी पर बुलाया। जब दोनों पक्ष चौकी पर पहुंचे तभी प्रथम पक्ष के राजेश पाण्डेय व उनके भाई को देख करके चौकी प्रभारी आग बबूला हो गये और पीपीए के तहसील अध्यक्ष व अवधनगरी समाचारपत्र के गोरखपुर जिले के ब्यूरो चीफ से अभद्रता करने लगे और पत्रकारों को अपशब्द कहने लगे। इस दौरान तहसील अध्यक्ष पक्ष के दो लोगों को जबरन गाड़ी में बैठा कर गन्दी गन्दी गालियां देते हुए गुलरिहा थाने पर ले करके चले गये।
सरहरी चौकी प्रभारी पर जिस व्यक्ति के सहयोग करने का आरोप है व हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। प्रभारी द्वारा कहा गया कि उक्त जमीन को हम कब्जा दिला कर रहेंगे चाहे एक और हत्या क्यों न हों जाये । एक हुआ है एक और सही। ज्यादा से ज्यादा मेरा क्या होगा, मेरा ट्रांसफर हो जाएगा। प्रभारी महोदय आये दिन सुर्खियों में रहते हैं। उनके अक्खड़ स्वभाव की वजह से किसी से नहीं बनती है। थोड़ी-थोड़ी बातों पर तैस में आकर अभद्रता पर उतारू हो जाते हैं।
पीपीए का एक प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष अवधेश दूबे के प्रतिनिधित्व में गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर से मिला और अपनी बात को रखा उन्होंने आश्वासन दिया कि इसकी जांच सीओ गोरखनाथ से करा कर दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जिला अध्यक्ष व सदर तहसील अध्यक्ष ने बताया कि अगर हम लोगों को न्याय नहीं मिला तो पीपीए का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल करके आगे की कार्यवाही करेगा।