सीमेंटेड बेंच लगा नहीं, हो गया भुगतान, जिम्मेदार मौन
महराजगंज। अपने स्रोत से आय बढ़ाने वाले परतावल ब्लॉक के छह ग्राम पंचायतों में विकास कराने के लिए शासन परफार्मेंस ग्रांट से तीस करोड़ खर्च कर रही है। चयनित ग्राम पंचायतों के खाते में रकम भी आ गया है। इस धनराशि को खर्च करने के लिए ग्राम प्रधान व सचिव बिना काम कराए ही धड़ल्ले से भुगतान कर दे रहे हैं। हैरतअंगेज बात यह है कि मामले की शिकायत के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
परतावल ब्लॉक के रामपुर चकिया को भी परफार्मेंस ग्रांट में चयनित किया गया है। गांव के विकास के लिए इस ग्राम सभा को शासन के तरफ से 8 करोड़ 51 लाख 27 हजार 845 रूपए दिया गया है। शासन की मंशा थी कि ग्राम पंचायत को आदर्श बनाने के लिए जिम्मेदार पूरी ईमानदारी के साथ परफार्मेंस ग्रांट की धनराशि से काम कराएंगे। लेकिन यहां ग्राम प्रधान व सचिव ने शासन की मंशा पर पानी फेर दिया है। इस ग्राम पंचायत में सीमेंटेड बेंच लगाने के लिए 16 फरवरी 2024 को 2 लाख 99 हजार 600 रूपए का भुगतान कर दिया गया है जबकि अभी तक ग्राम पंचायत में एक भी बेंच नहीं लगाया गया है। इसी तरह रघुनाथ के घर से राजेन्द्र सिंह के घर के पास पुल तक सीसी रोड निर्माण के नाम पर 24 लाख रुपए का भुगतान दिसंबर 2023 में ही कर दिया गया है जबकि अभी तक निर्माण कार्य नहीं कराया गया है। ग्राम सभा में हो रहे घोटाले की जांच के लिए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराया है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जो काम कराया गया है वह भी एक साल में ही टूटने लगा है।
वहीं इस मामले में ग्राम पंचायत अधिकारी विकास सिंह का कहना है कि सीमेंटेड बेंच का सामान आ गया है, बारिश के वजह से नहीं लग पाया है। अब सवाल यह उठता है कि फरवरी में ही बेंच का भुगतान कर दिया गया और बारिश अभी दो दिन पहले हुआ है। यही हाल सीसी रोड का भी है। आठ महीने पहले ही भुगतान हो गया है लेकिन सड़क का निर्माण अभी तक नहीं हो पाया।