जौनपुर देश को आजाद हुए 77 साल बीत गए, लेकिन रेल सेवा में जौनपुर के हालात जस के तस हैं। इस जिले की तीन फीसदी आबादी मुंबई में बसी है। प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है, लेकिन 77 वर्षों में जौनपुर से मुंबई के लिए क्या किसी महानगर के लिए कोई सीधी ट्रेन सेवा शुरू नहीं हो सकी। इसके लिए कई बार रेलवे प्रशासन से मांग की गई लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।जौनपुर जंक्शन से प्रतिदिन 36 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन होता है। रोज करीब 3000 से अधिक यात्रियों का आवागमन रहता है। जौनपुर की जनसंख्या करीब 50 लाख है। इसमें तीन फीसदी यानी करीब 2 लाख की आबादी मुंबई में रहती है। मुंबई रहने वालों का हमेशा आना-जाना लगा रहता है। वहीं व्यवसाय के सिलसिले में दिल्ली समेत अन्य महानगरों में आवागमन होता है। जौनपुर जंक्शन और सिटी स्टेशन से ट्रेनें तो जाती हैं लेकिन उनका सिर्फ ठहराव ही होता है। कोई सीधी ट्रेन सेवा इस जिले से मुंबई के लिए या अन्य जनपदों के लिए भी नहीं है। गाजीपुर, छपरा, गोरखपुर, मऊ, बलिया से जौनपुर होकर गुजरने वाली ट्रेनें अक्सर वहीं से फुल हो जाती हैं। इससे जौनपुर के लोगों के लिए सीटें मिलना मुश्किल हो जाता है। हालांकि जो लोग पहले से टिकट बुक करा लेते हैं, उनके लिए यात्रा कुछ आसान होती है। जो अनारक्षित टिकट के भरोसे रहते हैं, उनको सीटें मिलना मुश्किल होता है। जिले से मुंबई के लिए ट्रेन संचालन के लिए कई बार यात्रियों ने मांग की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
दो सांसद उठा चुके हैं मांग
जिले के दो सांसद जौनपुर से ट्रेन शुरू करने को लेकर अब तक संसद में मांग उठा चुके हैं। इनमें एक तो राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी हैं और दूसरे जौनपुर से निवर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव हैं। श्याम सिंह यादव ने 2022-23 में यह मांग संसद में उठाई थी। वहीं, सीमा द्विवेदी ने हाल ही में बीते संसद सत्र में मुद्दा उठाया और आगे भी उठाने की बात कही है।
मुंबई देश की आर्थिक राजधानी कही जाती है। मुंबई में जौनपुर के विभिन्न क्षेत्रों से बहुत से लोग रहते हैं फिर भी आज तक मुंबई के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है
जौनपुर के अधिकांश लोग रोजगार के लिए दिल्ली व मुंबई में रहते हैं। इसके अलावा व्यवसायियों का आवागमन लगा रहता है। यहां से सीधी ट्रेन नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है। सीधी ट्रेन चले तो सामाजिक और आर्थिक रूप से भी जौनपुर की उन्नति हो
मुंबई जाने वाले ट्रेनों में गोदान एक्सप्रेस, गाजीपुर बांद्रा सुपर फास्ट, मऊ लोकमान्य तिलक अप-डाउन ट्रेनें है।लेकिन किसी भी ट्रेन में न ही टिकट आसानी से मिल पाता है उनके ठहराव का समय कम होने के कारण लोगो को असुविधा होती है,जौनपुर की बड़ी आबादी मुंबई के उपनगर पालघर जिले के वसई विरार क्षेत्र में रहती है वहा के लिए और वहा से भी डायरेक्ट कोई ट्रेन नहीं नतीजन बहुत ही ज्यादा आर्थिक शारीरिक मानसिक तकलीफ उठानी पड़ती है और बहुत सालो से लोगो की मांग को दरकिनार किया जा रहा है कब ऐसा होगा की मूकदर्शक बना हुआ रेलवे प्रशासन और सरकार जौनपुर के लोगो की सुध लेगी और उनकी बहुप्रतीक्षित मांग पूरा करेगी।