कानपुर- विवाह भारतीय समाज का मेरुदंड है, पति-पत्नी का प्रेम, सहयोग और समर्पण ही सुखद वैवाहिक जीवन का मूल मंत्र है और यह मानस के प्रति अनुराग और उसका अनुसरण करके प्राप्त किया जा सकता है, जो भगवान की कृपा से ही संभव है,इस बात को पूज्यश्री प्रेमभूषण महाराज ने अपने वैवाहिक जीवन के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर आयोजित परिणयोत्सव रजत जयंती वर्ष की मंगल बेला पर व्यक्त किया। 24 फरवरी को रामचरितमानस के सुप्रसिध्द गायक पूज्य संत प्रेमभूषण महाराज और ममतामयी माँ शोभा जी के परिणय सूत्रबंधन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर होटल विजय इंटरनेशनल, कानपुर में एक उत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन को पूज्यश्री के कृपापात्र मानस पुत्र अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रामकथा गायक पूज्य राजन महाराज,उनकी धर्मपत्नी सरिता, पूज्यश्री की पुत्री मैत्री और पुत्र राघव द्वारा आयोजित किया गया था।पूज्यश्री को उनके विवाह के रजत जयंती वर्ष पर शुभकामना देने पधारे विशिष्ट लोगों में उ.प्र. विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, कानपुर शहर की मेयर प्रमिला पाण्डे, आर. एस. एस. के पदाधिकारी रामाशीष, भाजपा नेता अर्पितदास महाराज(योगी बुंदेलखंड),सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अग्रणीय भूमिका निभाने वाले मुम्बई से पधारे व्यवसायी बिजेंद्र सिंह, शिक्षाविद अविनाश मिश्रा, सद्गुरू फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रवक्ता दिनेशप्रताप सिंह, सुप्रसिद्ध गायक विनय भैया, डॉ. अमित मिश्रा, श्वेता वोरा,सुप्रसिध्द तबला वादक सियालाडली शरण (भाई जी), आदि गणमान्य रहे। कार्यक्रम के अंत में पूज्य राजन महाराज ने उत्सव में पधारे सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसे अपने जीवन का सुखद अविस्मरणीय क्षण बतलाया।इस प्रकार सुरुचिपूर्ण रात्रिभोज के साथ पूज्यश्री प्रेमभूषण महाराज का वैवाहिक रजत जयंती उत्सव सम्पन्न हुआ।