महराजगंज (जौनपुर) कथा श्रवण मनन चिंतन से संपूर्ण फल की प्राप्ति और भारतीय संस्कृति का उत्थान होता है। और कहा रावण विद्वान था । जब धर्म का अनुसरण छोड़ दिया तो उसका संपूर्ण विनाश हो गया उक्त कथा बाल व्यास आशीष द्विवेदी ने कहा।
क्षेत्र के भटपुरा पावर हाउस के मैदान में पर कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को सुधा पाण्डेय ने कहा पश्चिमी सभ्यता व संस्कृति हमारे विचारों को दूषित कर रही है।कथा श्रवण एक औषधि की तरह संस्कारों को भारतीय संस्कृति से जोड़ती है।आयोजक संचालक ज्योतिषाचार्य हरिश्चंद द्विवेदी ने कथा श्रोताओं का अभिवादन किया।मौके पर दया शंकर सिंह,अरुण कुमार सिंह,अखिलेश सिंह, दीनानाथ सिंह,संदीप सिंह सहित श्रोता रहे ।