अयोध्या।प्रभु श्रीराम की नगरी के वासी हों, श्रद्धालु हों या भारत के सुदूर कोने-कोने से आए सैलानी, सभी अवधपुरी के कण-कण, रज-रज में अपने राम को निहार रहे थे यानी हर ओर गुंजायमान रहा राम, सब में राम, जय जय श्रीराम। शनिवार को पड़े इस सातवें दीपोत्सव पर प्रभु के भक्त संकटमोचक हनुमान जयंती से भी भक्ति में लीन अवधपुरी में यह आयोजन अद्वितीय हो गया। सभी के मन में इस बार अलग ही उमंग, उत्साह व उल्लास रहा, क्योंकि 500 वर्षों का संघर्ष समाप्त हो गया। सिर्फ 72 दिन और शेष हैं, इसके बाद 22 जनवरी 2024 को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। अयोध्या दीपोत्सव में शनिवार को आस्था, आह्लाद और आत्मीयता के दीप जले। श्री राममन्दिर निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। इसके पहले सहज आह्लाद के साथ आत्मीयता के भावों को संजोए हुए आराध्य प्रभु के प्रति आस्था निवेदित करते हुए सरयू तीरे जल रहे 22.23 लाख दीपों के बीच निहाल श्रद्धालुओं का हर्ष, उमंग और अनुभूति हर कोई महसूस कर रहा था। सहज भाव से हो रहे ‘राम राम जय राजा राम’ ‘जय सिया राम’ ‘सियावर रामचन्द्र की जय’ जयघोष के साथ सरयू की लहरों में उठती तरंगें देख, ऐसा लगता था कि मानो सरयू मैया भी अपने राम की जयकार कर रही हों। दीपोत्सव के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था। अयोध्या के मंदिरों, छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गों, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों पर तो आकर्षक लाइटिंग की ही गई थी, नगरवासियों ने भी घरों में दीप जलाकर अपने राम को अपने बीच महसूस किया।
अयोध्या में राम की पैड़ी समेत 51 घाटों पर 22.23 लाख दीप जलाए गए। इसके लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय, महाविद्यालयो, इंटर कॉलेजों व स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े 25 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने दीप लगाए, उसमें तेल बाती डालकर दीप प्रज्ज्वलन में महती भूमिका निभाई।
दीपोत्सव पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू मैया की आरती भी उतारी। इस दौरान उत्तर प्रदेश कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने भी दीप जलाकर सरयू मैया की आरती उतारी। यहां अनेक साधु-संतों के साथ अनेक विशिष्ट जनों द्वारा आरती की गई। इसके लिए कई मंच तैयार किए गए थे।
पुष्पक विमान से अवधपुरी में राम-लक्ष्मण व मां सीता उतरीं तो हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। मुख्यमंत्री ने रथ भी खींचा। अयोध्या वाली दीपावली में अपने सिरमौर के प्रति श्रद्धा का यह नजारा देख कइयों की आंखों से खुशी की अश्रुधारा बह निकली।