गोरखपुर।वासंतिक नवरात्र के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित कालीमंदिर, दुर्गा मंदिर तथा आवास स्थित शक्तिपीठ में विधि विधान से आज तीसरे दिन मां दुर्गा के मां चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा हुई । दुर्गा पाठ के पश्चात पूजा अर्चना तथा आरती संपन्न हुई। दस भुजाओं वाली मां चंद्रघंटा अपने हाथों में चक्र, गदा, धनुष, तलवार, त्रिशूल, कमल, माला, कमंडल आदि धारण करती हैं ,
मां चंद्रघंटा अपने भक्तों के शत्रुओं का नाश करने के लिए जानी जाती हैं। इसके अलावा, उनका आशीर्वाद उनके भक्तों के जीवन से सभी पापों, कष्टों और नकारात्मक ऊर्जाओं को समाप्त कर सकता है। देवी का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी माना जाता है।
गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने आरती किया। मठ पुरोहित रामानुज त्रिपाठी वैदिक ने पूजा व आरती कराया।
इसके पूर्व परिसर स्थित विभिन्न मंदिरों में मां दुर्गा का पाठ ग्यारह पंडितों ने किया।