गोरखपुर। शहर में चल रहे अवैध अस्पतालों/ हॉस्पिटलों पर जिला प्रशासन का चला चाबुक सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में बेतियाहाता स्थित डायमंड हॉस्पिटल , दुलारी देवी डायनेस्टिक सेंटर को सिटी मजिस्ट्रेट के मौजूदगी में अपर मुख्य चिकित्साअधिकारी की टीम ने डायमंड हॉस्पिटल को किया सील 14 फरवरी 2023 को पवन कुमार सिंह का छोटा भाई गौरव सिंह उर्फ सिंकू सिंह स्वयं एक्टिवा गाड़ी को चलाकर डायमंड हॉस्पिटल पर चेकअप कराने पहुंचता है तथाकथित कंपाउंडरो ने इलाज करते हुए गौरव सिंह की 1 घंटे के अंदर काल के गाल में भेज दिया मृत्यु हो गई लेकिन 3 घंटे तक इलाज जारी रखें मृत्यु होने के बाद भी तथाकथित कंपाउंडरो ने गौरव सिंह के परिवार जनों को सूचना तक नहीं दिया और स्वयं दाउदपुर स्थित आर्यन हॉस्पिटल में ले जाकर भर्ती करा दिए तब परिजनों को सूचना दिया गया जब परिजनों अपने एक सुभचिंतक संभ्रांत व्यक्ति को बताया तब आर्यन हॉस्पिटल के प्रबंधक निर्देशक ने संभ्रांत व्यक्ति से बताया कि गौरव सिंह 2 घंटा पूर्व ही मर चुके थे मरा हुआ हमारे अस्पताल पर डायमंड हॉस्पिटल के कर्मचारी भर्ती कराए थे गौरव के परिवार जनों को शंका हुआ कि गौरव स्वयं अस्पताल लेकर एक्टिवा से चेक्प कराने गया था तो मृत्यु कैसे हो गया हॉस्पिटल पहुंचकर कुछ तथ्यों की जानकारी हासिल करना चाहे तो हॉस्पिटल के कर्मचारियों को नागवार लगा और झूठा आरोप लगा दिए कि अस्पताल पहुंचकर गौरव सिंह के परिजन विवाद कर रहे हैं चौकी प्रभारी बेतियाहाता ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया था और सीसी कैमरे में कैद फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया था। पवन कुमार सिंह ने 22 फरवरी 2023 को मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश को प्रार्थना पत्र देकर मामले से अवगत कराया था जिलाधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल नगर मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह के नेतृत्व में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके चौधरी की एक संयुक्त टीम गठित कर सत्यता की जांच लगाने का निर्देश दिया था सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पहुंची टीम ने जैसा पवन कुमार सिंह ने आरोप लगाया था कि डायमंड हॉस्पिटल बगैर डॉक्टरों का बेतियाहाता में चल रहा है सिटी मजिस्ट्रेट ने वैसा ही पाया प्रथम दृष्टया जांच करने के तत्काल बाद सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह ने डायमंड हॉस्पिटल , दुलारी देवी डायनेस्टिक सेंटर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया और वहां रखे सीसी कैमरे फुटेज दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया अब देखना है कि यह जांच केवल जांच रह जाती है कि डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाता है या नहीं पवन सिंह ने कैंट थाने को हत्या का मुकदमा दर्ज करने के लिए पहले ही प्रार्थना पत्र दे दिया है।