मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद की रिपोर्ट
वाराणसी। किसी ने अगर कोई सपना देखा हो, जिंदगी में कुछ करना चाहता हो लेकिन पता चले कि वो सपना पूरा होने से पहले ही टूट जाएगा तो कैसा महसूस होगा। वहीं, अगर सपना टूटने से पहले ही सच हो जाए तो इंसान के हौसले को पंख लग जाते हैं। गुरूवार को वाराणसी के पुलिस कमिश्नर आफिस में कुछ ऐसा ही हुआ। बिहार के दो कैंसर पीड़ित बच्चों का सपना था कि वो पुलिस अफसर बने। उनके इस सपने को पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने पूरा किया।
पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने दोनों बच्चों को बुलाया। बावर्दी और पुलिस कमिश्नर का स्टार लगाए दोनों बच्चे पुलिस कमिश्नर से मिले। पुलिस कमिश्नर ने दोनों से हाथ मिलाया। इसके बाद दोनों पुलिस कमिश्नर की कुर्सी पर बैठे। बच्चों को पुलिस कमिश्नर का यथोचित सम्मान देने के बाद उन्हें जिप्सी में बैठाया गया। इसके बाद दोनों बच्चों ने भ्रमण किया।
दरअसल, यह दोनों बच्चे कैंसर से लड़ रहे हैं। इन दोनों का सपना था कि वे पढ़-लिख कर आईपीएस अफसर बनें। जब इस बात की जानकारी पुलिस कमिश्नर को हुई तो उन्होंने दोनों को आमंत्रित किया। बच्चों का यह सपना वाराणसी कमिश्नरेट ने सच कर दिखाया।