गोरखपुर से अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर।गोरखपुर के सूर्यकुण्ड धाम पर हरिद्वार, काशी के तर्ज पर हुई 357वी गंगा आरती मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य सेवा अधिकारी नन्द बाबा मथुरा के रमेश चन्द्र गोस्वामी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मदन मोहन मालवीय विश्व विद्यालय के उप कुलसचिव डॉ देवेंद्र गोस्वामी मौजूद रहे गोरखपुर शहर की पौराणिक धर्मस्थली कहे जाने वाले सूर्यकुण्ड धाम सरोवर पूरी तरह से साफ सुथरा नजर आ रहा था। यह संभव हुआ सूर्यकुण्ड धाम जीर्णोद्धार समिति के अथक प्रयासों से। यह बातें मुख्य सेवा अधिकारी नन्द बाबा मथुरा के रमेश चन्द्र गोस्वामी ने सूर्यकुण्ड धाम सरोवर पर महाआरती के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हरिद्वार, काशी के तर्ज पर सूर्यकुण्ड धाम पर की जाने वाली गंगा आरती बहुत ही हर्ष की बात है। वे मुख्य अतिथि के रूप में गंगा आरती में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि निरंतर आरती-कीर्तन से सनातन धर्म को बड़ावा मिलता है। इस गुरुवारिया आरती में श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सर्व प्रथम मुख्य मंदिर में भगवान लक्ष्मी नारायण की पूरे विधि विधान से पूजा- अर्चना किया गया। उसके बाद शुरू हुआ मां गंगा की पावन आरती। इस बीच जयघोष गूंज रहे थे। माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो उठा। कार्यक्रम का शुभारंभ भोलेनाथ, हनुमान, भगवान गणेश की भी आरती-पूजन किया गया। इस दौरान घंट घड़ियाल गूंज रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर अपनी आस्था व श्रद्धा निवेदित की।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि ने बताया कि नदियां और सरोवर हमारी जीवन रेखा है और इनकी पवित्रता स्वच्छता बनाए रखना प्रत्येक हिंदू का धर्म है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार काशी के तर्ज पर गोरखपुर में शुरू की गई महाआरती अत्यंत प्रशंसनीय है। समिति का प्रत्येक स्वयंसेवक बधाई का पात्र है जो विगत वर्षों से निरंतर ऐसे आयोजन कर रही है। आरती का आयोजन निरंतर जारी रहना चाहिए।