बदलापुर ,जौनपुर इस कड़ाके की ठंड में सूबे के प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह व्यवस्था में लगी हुई है वहीं ठंड के बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर ओलाव जलाने की तथा रैन बसेरो की व्यवस्था में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने की कड़ी हिदायत संबंधित अधिकारी व जिम्मेदार लोगों को दी गई उसी के एकदम विपरीत नगर पंचायत बदलापुर में शासन प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए उनके आदेशों को ताक पर रखकर मानवता को ही मार दिया जा रहा है लोग जान मार ठंड में जान जोखिम में डालकर बाजार आ जा रहे हैं बदलापुर बाजार नगर पंचायत होने के साथ-साथ तहसील व ब्लाक होने के कारण अधिक भीड़भाड़ के साथ लोगों की अधिक संख्या में भीड़ मौजूद रहती है इसी को देखते हुए बदलापुर विधायक रमेश चंद्र मिश्रा द्वारा बदलापुर को जिला बनाने की शासन से मांग की जा रही है रेलवे स्टेशनों से लेकर प्राइवेट बसों से आने जाने वाले लोग ठिठुरते हुए बड़ी संख्या में दिखाई दे रहे हैं कड़ाके की ठंड में लोगों को हार्ड के खतरे के साथ खून जमने की बड़ी समस्या हो जा रही है जिससे लोगों की जान चली जा रही हैं इसी के चलते प्रशासन हर जगह अलाव जलाने की सख्त हिदायत और रैन बसेरा दुरुस्त रखने की सख्ती रखी है पर बदलापुर नगर पंचायत में हवा हवाई तथा आसमान में जलते हुए कागजों पर सीमित है लोगों की माने व्यवस्था 5:00 बजे शाम से टहल कर देखने पर हकीकत में एक भी दिखाई नहीं दे रहा है प्रशासन पैसा दे रही है अलाव जलाने व रैन बसेरा की दुरुस्त व्यवस्था के लिए पर जिम्मेदार पैसा हजम कर इसे सिर्फ कागजों तक सीमित रखे हैं। जिम्मेदार अधिकारी जनता के हक को खाकर हीटर जलाकर सो रहे हैं जनता मरे तो मरे लोगों की शिकायत पर व्यवस्था की जानकारी लेने के लिए जब नगर पंचायत ईओ अनिल सिंह से बात किया गया तो बड़ी लापरवाही सामने देखने को आई। जिसमें ईओ साहब द्वारा 20 जगह पर ओलाव जलाने की बात कही गई जब बीस जगहो के नाम पूछा गया तो चुप्पी साध ली और नाम ही नहीं बता सके लिस्ट भेजने की बात कही गई कई घंटे बाद लिस्ट भेजी गई तो 12 जगहों की ईओ बताएं कि हम तो बदलापुर से बाहर हैं इनके द्वारा ओलाव की 12 जगहो पर देखा गया तो ज्यादातर सुबह की राख का थोड़ा-बहुत कोयला देखने को मिला बाकी लिस्ट में व्यक्तिगत घरो पर जल रहे ओलाव को लिस्ट में सम्मिलित कर भेज दिए गए थे शासन प्रशासन ठंड से बचाव व्यवस्था में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने की बात कही है तो मतलब नगर पंचायत में इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार कौन होगा बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।