मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद
वाराणसी। अतिक्रमण हटाओ दस्ता ने मंगलवार को भिखारीपुर, ककरमत्ता, पिशाच मोचन आदि क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाया। इस दौरान स्थायी रूप से निर्माण को ध्वस्त किया गया। अवैध कब्जा हटाने के दौरान कब्जाधारियों के परिवार की महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। किसी ने शरीर पर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगाकर आत्मदाह की धमकी दी तो कोई और तरीके से आत्महत्या की धमकी दे रहा था। जबर्दस्त हंगामें और धमकियों के बीच फोर्स ने किसी तरह उन पर काबू पाया और अतिक्रमण हटाया जा सका। इस दौरान पुलिस ने पांच महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। फिर भी कुछ अवैध अतिक्रमणकारी कब्जे को बचाने में सफल रहे। हालांकि दस्ते का दावा है कि उसने पूरा अतिक्रमण हटवा दिया।
अतिक्रमण के मामले में यह वह क्षेत्र हैं जहां इससे पहले भी कई बार अभियान चल चुका है। लेकिन क्षेत्रीय लोग बताते हैं कि अतिक्रमण हटाने के बाद दूसरे दिन से ही कब्जा यथावत जारी हो जाता है। अतिक्रमण हटाओ दस्ता जब जब ककरमत्ता क्षेत्र में पहुंचा तो कुछ अतिक्रमणकारी खुद से अपना आशियाना तोड़ने लगे। अधिकारियों से अतिक्रमण की जद में आये मकान को हटाने के लिण् समय मांगने लगे।
सहायक अभियंता जितेंद्र सिंह, अमीन प्रोजेश चौबे, राकेश और अरुण कुमार मय पुलिस बल लेकर लहरतारा से बीएचयू मार्ग पर भिखारीपुर तक अतिक्रमण हटाने के अभियान में जुटे रहे। ककरमत्ता के अतिक्रमणकारी पुलिस बल व जेसीबी को देखकर अपना अतिक्रमण खुद तोड़ने लगे। इसी दौरान जब जेसीबी ने अतिक्रमण तोड़ा जाने लगा तो परिवार की महिलाएं और लड़कियों ने मोर्चा सम्भाल लिया। कुछ महिलाएं हाथ में पेट्रोल की बोतलें लेकर दस्ते को आत्मदाह करने की धमकियां देने लगीं। कुछ ने आत्महत्या करने की धमकी दी। ऐसे में दस्ता परेशान हो गया। तब महिला कांस्टेबलों ने मोर्चा सम्भाला। धमकी दे रहीं महिलाओ को काबू में करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। महिलाओं को पुलिस जीप में बैठाकर थाने ले जाया गया। इस दौरान भीड़ लग गई थी। तब जाकर दो जेसीबी से अवैध अतिक्रमण तोड़ा जा सका। वहीं भिखारीपुर तिराहे पर अतिक्रमण की जद में आईं दुकानों को तोड़ा गया। इसके अलावा पिशाचमोचन में अतिक्रमण निरीक्षण संजय श्रीवास्तव के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाया गया।