महराजगंज (जौनपुर)महराजगंज,जौनपुर। विकास खंड के लमहन गांव निवासी जनसहयोगी व समाजसेवी अदम्य साहसी रहे पं. उमानाथ मिश्रा पुत्र अलगूनाथ मिश्रा (सिक्रेटरी) के तीसरे नंबर के पुत्र
स्वर्गीय श्री उमानाथ मिश्रा की आज पहली पुण्यतिथि रही उनके बड़े पुत्र चन्द्रकान्त मिश्रा (प्रवक्ता इण्टर कालेज मीठेपार) ने पिण्डदान आदि कर्मकांड विधिविधान से पंण्डित जी के सहयोग से पूर्ण कर श्रधांजलि दीए, स्व.मिश्रा जी के साहस और मनोबल की मौजूद लोगों चर्चा की किस तर वो सन् 1948 ई.के दौर में जौनपुर के आपने गांव लमहन से प्रतापगढ़ के उड़ैयाडीह तक बदमाशों को दौड़ाकर पकड़ा और मारते हुए अपने थाने लाए उनकी बहादुरी मे अंतिम फैसले में उस समय जिला जज ने ₹5 हजार रूपये व एक राईफल का इनाम दिया। उनके जीवन से जुड़े अन्य एसे ही साहसिक कारनामे उनके साथ जूड़े थे लोगों ने चर्चा की। उमर के अंतिम पड़ाव पे भी गांव के गरीब कमजोर वर्गों को आर्थिक व पशु पक्षियों में प्रेम तथा अन्य सहयोग हमेशा से रहाता रहा। स्व.उमानाथ मिश्रा जी अपने पिछे एक भरा-पूरा सम्पन्न परिवार छोड़े हैं।
इस दौरान, जगन्नाथ मिश्रा बड़ेलाल (पूर्व प्रधान) हरिवंश मिश्रा, हरिगोविंद मिश्रा(नोटरी वकील) जयप्रकाश मिश्रा LIC,नीरज मिश्रा शिक्षक, शुशील मिश्रा शिक्षक, पंकज मिश्रा, सुनील मिश्रा पत्रकार,मुकुंद मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, अंकित मिश्रा, संदीप तिवारी पहलवान, सर्वेश द्विवेदी, नीलेश सिंह, दीपक गुप्ता गोल्डी, रविंद्र यादव शिक्षक, अंकित दूबे CA, इस्तियाक, आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
यूपी हेड अमित पाण्डेय की खबर