जौनपुर।प्रदेश सरकार के एक मंत्री, दो पूर्व मंत्री व तीन पूर्व सांसद समेत 121 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया चुनाव मैदान में हैं। शाम पांच बजे तक करीब 54 प्रतिशत मतदान हुआ।
हलाकि दोपहर की अपेक्षा सुबह में भीड़ ज्यादा रही। तापमान बढ़ने के साथ बूथ पर भीड़ की संख्या कम होती रही। कुछ बूथों पर दस बजे से ही सन्नाटे की स्थिति हो गई। मतदान शुरू होते ही अधिकांश लोग सुबह ही मतदान की लाइन में लगकर अपना मतदान कर दिए। करीब दस बजे के बाद बूथों पर भीड़ कम होने लगी। जाने के बाद लोग तुरंत मतदान कर निकल जाते रहे, हालांकि इस दौरान लोगों को लाइन में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ा।
जनपद के जिला मुख्यालय सहित ग्रामीणांचलों में बनाये गये मतदान केन्द्रों पर विधानसभा सामान्य चुनाव का मतदान सोमवार को सकुशल सम्पन्न हो गया। ऐसे में सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया जिसका फैसला 10 मार्च को मतगणना के बाद होगा। जनपद की सभी 9 विधानसभाओं में प्रातः 7 बजे से शुरू मतदान सायं 6 बजे तक चली। चुनाव के बाबत सभी विधानसभाओं में 2145 मतदान केन्द्रों पर 3948 मतदेय स्थल बनाये गये जहां 35 लाख से अधिक मतदाताओं द्वारा मतदान किया जाना था लेकिन काफी लोगों ने किन्हीं कारणवश मतदान नहीं किया। मतदाताओं की सुविधा के लिये आयोग के निर्देशानुसार अत्यन्त बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं हेतु व्हील चेयर की व्यवस्था रही। साथ ही महिला मतदाताओं को प्रेरित करने हेतु सभी विधानसभाओं में एक-एक आल वूमन बूथ बनाये गये तथा 357 मॉडल बूथ बनाये गये। वहीं निष्पक्ष व शान्तिपूर्ण मतदान कराने के लिये 17372 कार्मिक लगाये गये थे जहां 261 सेक्टर, 32 जोन एवं 3 सुपर जोन बनाये गये थे। सभी सेक्टर, जोनल एवं सुपर जोनल मजिस्ट्रेट के साथ सेक्टर, जोनल एवं सुपर जोनल पुलिस अधिकारी लगाये गये थे। प्रत्येक बूथ पर केन्द्रीय पैरा मिलिट्री फोर्स लगायी गयी थी। कुल 2315 बूथों पर वेबकास्टिंग एवं 1633 बूथों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गयी है। साथ ही 366 माइको आब्जर्वर लगाये गये थे। चुनाव के बाबत जिलाधिकारी मनीष वर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय साहनी, मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला सहित तमाम प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मयफोर्स जनपद के सभी विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों का जायजा लिये। साथ ही मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुये सुरक्षा व शान्ति के लिये सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिये। मतदान होने के पश्चात ईवीएम को सुरक्षित रूप से पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मूल्यांकन भवन में बनाये गये स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया। ईवीएम की निगरानी के लिये त्रिस्तरीय सुरक्षा एवं 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी लगायी गयी जहां बताया गया कि 8-8 घण्टे की ड्यूटी के अनुसार मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी।